वर्ल्डबैंक के आदेशानुसार बंगलादेशी नागरिकों को भारत में आधारकार्ड दिया जा रहा है, कारण व उपाय जो नागरिक स्वयं करेंगे

 बांग्लादेशी नागरिको को केवल भारतीय आधार कार्ड के आधार पर बिना वीसा-पासपोर्ट के वर्ल्ड बैंक के दबाव के अंतर्गत उनके एक प्रोजेक्ट के एक हिस्से को पूरा करने के लिए एक योजना का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत सभी भारतीय एवं बंगलादेशी बिना वीसा के सीमा के पार आ जा सकेंगे. बांग्लादेश के अधिकारियों का कहना है कि भारत के सर्कार द्वारा बंगलादेशी नागरिकों को और उन सभी को जो अवैध तरीके से भारत के अन्दर रह रहे हैं, उन सभी को आधार कार्ड देने से भारत और बंगलादेश दोनों को आतंकवाद की समस्या से निजात मिलेगी जिसे दोनों देश १९४७ से सुलझा नहीं सके हैं.
 मित्रों, वर्ल्ड बैंक द्वारा उठाये गए इस कदम से ही भारत में हिन्दुओं से जुड़े कोई भी मुद्दे साम्प्रदायिक घोषित किये जा रहे हैं, जिससे वर्ल्ड बैंक द्वारा समर्थित समुदायों जैसे की ईसाईयों एवं मूसल्वानो को यहाँ कोई भी हिन्दू-विरोधी गतिविधि को अंजाम देने में सहूलियत हो और इसी कारण से वैसे ही हिन्दुओं का अपना धार्मिक प्रतीक इत्यादि नष्ट भ्रष्ट किया जा सके एवं हिन्दुओं के कर्मकांड को अवैज्ञानिक घोषित किया जा सके(जैसे कि वैज्ञानिको ने संसार के सभी सिद्धांतों के ऊपर अपना निर्विवाद अधिकार कायम करके सिद्ध कर दिया हो).
यही कारण है कि आधार कार्ड में केवल आपका पता दर्ज रहता है और आपका बायोमेट्रिक डाटा दर्ज रहता है, आधार कार्ड में आपकी राष्ट्रीयता दर्ज नहीं रहती है. http://bit.ly/2kNRtRk
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 आधार कार्ड के समर्थक क्या ये बता सकते हैं कि इसमें राष्ट्रीयता दर्ज न होना, एकल वैश्विक सरकार का निर्माणाधीन देश का स्थिति और आपकी नागरिकता नहीं दर्शाएगी?
इस्लामियों एवं ईसाईयों एवं दुनिया के कोई भी सम्प्रदाय वालों को हमने कभी हिदुस्तान में बसने से रोका नहीं, लेकिन इन दोनों समुदायों को ही हिन्दुओं के अस्तित्तव से समस्या है, इसीलिए ये हमें ही अस्तित्त्वहीन करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
 मित्रों, ध्यान में रखना आवश्यक है कि वर्ल्ड बैंक का गठन १९४५ में दुनिया के ऊपर प्रभुत्त्व रखने वाले रोथ्स्चिल्ड एवं उसके सहयोगी धनपिशाचों एवं उनके देशों के फायदे के लिए बनायी गयी संस्था है, जो ये सुनिश्चित करती है कि किस देश की मुद्रा को कितना गिराकर उनके कितने भाग पर अपना अधिकार करना है और अमुक देश को बदले में वैश्विक पटल पर किस तरह से दुनिया का टॉप पर दिखलाना है. जैसे कि अभी, मोदी जी भारत के तेल कंपनियों के शेयर रोथ्स्चिल्ड को बेच रहे हैं, दो वर्ष पहले भारत में एंटी करप्शन एक्ट लाया गया, लेकिन उसके प्रावधानों के अंतर्गत भ्रष्ट लोगों को उनके सम्बंधित सरकारी विभाग की अनुमति के बिना उस भ्रष्ट अधिकारी पर मुकदमा दायर करना गैर-कानूनी करवा दिया गया, जिसके बदले में रोथ्स्चिल्ड की खरीदी हुई मीडिया ने मोदी को दुनिया का सबसे अच्छा नेता और भारत का जी डी पी का परिभाषा बदलवा कर उसे टॉप का जी डी पी दिखलाया गया, क्योकि उन सब बातों से भारतीय जनता को मूर्ख बनाने का भी एक लक्ष्य पूरा करने का था.
 मित्रों, बंगलादेशी नागरिकों द्वारा भारत में बिना कोई रोक टोक आने जाने का परिणाम क्या होगा? बांग्लादेश में पहले से ही बर्मा से मारकर भगाए गए रोहिंग्या मूसल्वान लोग हैं, जिन्हें एक साजिश के तहत रोथ्स्चिल्ड के साथी जॉर्ज सोरोस ने एक प्लान के तहत वहां से मारकर भगव्य है, जिन्हें भारत में बांग्लादेश से होकर यहाँ आना पड़ा है. मित्रों, इसके विषय में और अधिक जानकारी इस पोस्ट के अंतिम भाग में दिया गया है.
मित्रों, यहाँ सोचने वाली बात ये है कि जो रोहिंग्या यहाँ शरण लिए हुए हैं, उन्हें कश्मीर में बसाया जा चूका है. यूनाइटेड नेशंस वालों का कहना है कि रोहिंग्या को यूनाइटेड नेशंस ने ग्रीन कार्ड दिए हैं, फिर भी उन्हें जम्मू में सुविधा नहीं दे जा रही हैं.
  जब कुछ साल पहले असम में दंगा हुआ था तो एक पीस मेकिंग NGO की ओर से किसी ने असम केस स्टडी की थी। वहां बंगलादेशी घुसपैठियों की भूमिका पता करने गए थे लेकिन मुझे बताया गया कि रोहिंग्या मुस्लिम भी उन दंगे में शामिल थे। बाद में मैंने 2013 से 2017 तक रोहिंग्या ने क्या क्या किया भारत मे उसको खोजा तो तमाम न्यूज़ चैनल की वेबसाइट से पता चला कि रोहिंग्या जम्मू में ड्रग्स का धन्धा कर रहे हैं। असम, बंगाल में मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति का काम कर रहे हैं । दिल्ली , उत्तर प्रदेश में आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं। वही राजस्थान, हरियाणा में अवैध घुसपैठ कर अवैध बस्तियां बना रहे हैं। लेकिन इस सबपर बात करने की जगह मीडिया वाले रोहिंग्या मुस्लिम महिलाओं और बच्चों की 2 या 3 min की भावुक वीडियों बना कर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं क्योंकि 2 या 3 min की वीडियो लोग देखेगे और वीडियो शेयर भी कर देंगे। बड़े बड़े वकील भी इस काम मे उनको मदद कर रहा है। लेकिन जिन लोगों इस मुद्दे की समझ हैं वह लोग भी चुप हैं। लेकिन मैं आवाज़ उठाता रहूँगा।
 मित्रों, तो क्या, उपरोक्त गतिविधि के लिए ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को यहाँ बुला बुला कर आधार कार्ड बांटे जा रहे हैं? और क्या वर्ल्ड बैंक यही चाहता है कि भारत के अन्दर लूट-मार मचे और २०२४ तक भारत पुनः १९४७ से पहले वाली स्थिति में पहुँच सके एवं २०४७ में एक नए पाकिस्तान का निर्माण होकर यूरेशिया के मध्य-दक्षिणी क्षेत्र में गजवा-ए-हिन्द का फाइनल चरण पूरा हो जिसमे वर्ल्ड बैंक और धन्पिशाचों का रोथ्स्चिल्ड घराना मुख्यतया शामिल हो?
EVM इसी कड़ी में एक सहायक का काम करता है और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं को हमारे देश जैसी तीसरी दुनिया के देशों के अन्दर अराजक माहौल बनाकर लोगों को जबरन अपराधी बनवाना और पिछले दरवाजे से सभी बौद्धिक एवं प्राकृतिक संसाधनों को अपने यहाँ ट्रान्सफर करवाना वर्ल्ड बैंक की चाल है, जिसे कई योजनाओं में तोड़ कर यूनाइटेड नेशन द्वारा यहाँ आदमी एवं एन जी ओ भेजकर अंजाम दिया जाता है, वो संस्थान अपने उन आदमियों को नोबेल प्राइज भी दिलवा देती है जिससे साधारण सामान्य लोग उनके द्वारा कहे जा चुके बातों को सीधे हाथ ले लें.
For more information- http://bit.ly/2nZWOt9  http://bit.ly/2yYAXmD
 मित्रों, राईट-टू-रिकॉल समूह, हथियार बंद नागरिक समाज की रचना होने की मांग अपने प्रधानमन्त्री से करता हैं, आप भी कीजिये और उन्हें इसका ड्राफ्ट को गजेट में प्रकाशित करने के लिए जल्द से जल्द बाध्य कीजिये, जिससे आप अपने जान-माल की रक्षा समय पड़ने पर कर सकें, याद रखें, कश्मीर में से जितने ब्राह्मण निष्कासित किये गए, यदि उनके पास जानलेवा हथियार होते तो वे उन आतंकियों के ऊपर भारी पड़ते और अपने ही घर से न निकाले जाते. लेकिन यहाँ लोग की मानसिकता ऐसी है कि पंडित हूँ तो हथियार क्यूँ उठाऊँ, याद रखें कि अपने एवं कमजोरों के धर्म की रक्षा करने के लिए हथियार उठाना कोई अधर्म नहीं कहा गया है कोई भी शास्त्र में. अतः, हथियार-धारी समाज निर्माण के लिए इस ड्राफ्ट fb.com/notes/1475761792516805 को गजेट में अत्यंत शीघ्र प्रकाशित करने के लिए प्रधान-सेवक के ऊपर अत्यंत अधिक दबाव बनाएं, इसके साथ साथ दो बच्चों के क़ानून लाने के लिए देश में जनसँख्या नियंत्रण के लिए “टू चाइल्ड पॉलिसी” के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1478457208913930
को भी  गजेट में अत्यंत शीघ्र प्रकाशित करने का अत्यधिक दबाव प्रधान्सेवाक पर बनाएं.
 सांसद व विधायक के नंबर यहाँ से देखें nocorruption.in/
🚩 अपने सांसदों/विधायकों को उपरोक्त क़ानून को गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से क़ानून लागू करवाने के लिए उन पर जनतांत्रिक दबाव डालिए, इस तरह से उन्हें मोबाइल सन्देश या ट्विटर आदेश भेजकर कि:-
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” माननीय सांसद/विधायक महोदय, मैं आपको अपना एक जनतांत्रिक आदेश देता हूँ कि‘ “टू चाइल्ड पॉलिसी” के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1478457208913930 व हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475761792516805
को राष्ट्रीय गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से इस क़ानून को लागू किया जाए, नहीं तो हम आपको वोट नहीं देंगे.
धन्यवाद,
मतदाता संख्या- xyz ”
इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .
आप ये आदेश ट्विटर से भी भेज सकते हैं. twitter.com पर अपना अकाउंट बनाएं और प्रधामंत्री को ट्वीट करें अर्थात ओपन सन्देश भेजें.
ट्वीट करने का तरीका: होम में जाकर तीन टैब दिखेगा, उसमे एक खाली बॉक्स दिखेगा जिसमे लिखा होगा कि “whats happening” जैसा की फेसबुक में लॉग इन करने पर पुछा जाता है कि आपके मन में क्या चल रहा है- तो अपने ट्विटर अकाउंट के उस खाली बॉक्स में लिखें  ” @PMO India I order you to print draft “2 child policy draft” : fb.com/notes/1478457208913930 व हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475761792516805 in gazette notification asap” . इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .
बस इतना लिखने से पी एम् को पता चल जाएगा, सब लोग इस प्रकार ट्विटर पर पी एम् को आदेश करें.
याद रखिये कि इस तरह की सभी मांगों के लिए सौ-पांच सौ की संख्या में एकत्रित होकर ही आदेश भेजिए, इसी तरह से अन्य कानूनी-प्रक्रिया के ड्राफ्ट की डिमांड रखें. यकीन रखे, सरकारों को झुकना ही होगा.
🚩राईट टू रिकॉल, ज्यूरी प्रणाली, वेल्थ टैक्स जैसेे क़ानून आने चाहिए जिसके लिए, जनता को ही अपना अधिकार उन भ्रष्ट लोगों से छीनना होगा, और उन पर यह दबाव बनाना होगा कि इनके ड्राफ्ट को गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से क़ानून का रूप दें, अन्यथा आप उन्हें वोट नहीं देंगे.
अन्य कानूनी ड्राफ्ट की जानकारी के लिए देखें fb.com/notes/1479571808802470
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George Soros और नदी जोड़ो परियोजना एवं बर्मा में रोहिंग्या आतंक: –

जोर्ज सोरोस एक ऐसा शख्स है जिसका कोई धर्म नहीं है, ये व्यक्ति रोथ्स्चिल्ड घराने के दुनिया के सभी मूल्यवान वस्तुओं को हथियाने के लिए योजनाओं को कार्यगत लाने के लिए जमीन पर काम करने वाला इंसानी पिशाच है, जो एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक समय में नैतिक बात कहता हुआ पाया जाता है और उसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हो चुके पिछले सभी समझौतों को टाक पर रखकर अनैतिक कदम उठाते हुए नहीं हिचकता. ये अपनी योजनाओं को कार्यगत करने के लिए संसार भर की अनैतिकता के कोई भी स्तरहीन कार्य को अंजाम दे सकता है. इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए देखें- http://bit.ly/2D83YPf
George Soros , यह हंगरी का नागरिक है ,बहुत ज्यादा धनी इंसान है. कहने को तो इसकी संस्था Open Society Foundations दुनिया में democracy and human rights के लिए 100 से अधिक मुल्क में प्रोजेक्ट चलाती है, पर असल में यह NWO का खुनी सैनिक है. बर्मा में मुस्लिम – बौध जंग का अगर किसी एक इंसान को क्रेडिट दिया जा सकता है तो वह यह है. हंगरी के PM ने अपनी गुप्तचर एजेंसी को इसकी पूरी एम्पायर की mapping करने का आदेश दिया है. हंगरी के PM Viktor Orban के मुताबिक़ इसकी संस्था एक Mafia – Syndicate है. आज कल यह जग्गी – सद्गुरु की इशा- फाउंडेशन का प्रमुख financer है जो भारत में RallyForRivers अभियान चला रही है l इसकी Modus operandi भी बहुत interesting है. वह फिर कभी …भारत में George Soros का इंटरेस्ट आने वाले खतरे की चेतावनी देता है. 
George Soros बर्मा संघर्ष का सूत्रधार है, उसकी तरह Michael Buczek गोधरा दंगे का मास्टर – माइंड. साबरमती एक्सप्रेस को जलाने की साजिस इसकी थी. यह CIA की ट्रेनिंग पूरी कर भारत के राज्य गुजरात में आता है सन 2002 में. CIA का ट्रेनेड ऑफिसर जिसे ESPIONAGE में महारत हासिल है गुजरात की एक एनर्जी कंपनी में एक मामूली नौकरी करने लगता है. इसी साल गोधरा होता है. सन 2003 में यह अपने देश वापिस चला जाता है वहां एक फ़ूड चैन स्टोर का कारोबार शुरू करता है. सन 2013 में अपना कारोबार बेच कर यह सद्गुरु जग्गी की ईशा फाउंडेशन में शामिल हो जाता है , और अब यह ईशा फाउंडेशन के Rally For River मिशन में भारत में है. अब खुद अंदाजा लगाये Soros और Michael Buczek का ईशा फाउंडेशन के साथ ताल्लुक इनका भारत में इंटरेस्ट … क्या ईशारा करता है ? जिन मित्रो को लगता है गोधरा मुसलमानों की साजिश थी उनके लिए CM मोदी की गुजरात सरकार ने गोधरा केस में मुख्य अभियुक्त हाजी उमर को बनाया सेशन कोर्ट और गुजरात HC ने ना सिर्फ प्राइम accused को बल्कि उसके साथ 61 अन्य आरोपियों ( सभी मुसलमानों ) को बेकसूर घोषित किया.
आज कल George Soros जग्गी – सद्गुरु की इशा- फाउंडेशन का प्रमुख financier है जो भारत में RallyForRivers अभियान चला रही है.  जग्गी वासुदेव की ईशा फाउंडेशन की एक और मददगार फर्म है Sanofi-Aventis जो नाज़ी वार क्रिमिअल फर्म IG Fabren की बेबी- फर्म है l IG Fabren आज से 33 साल पहले भोपाल गैस ट्रेजेडी में भी involve थी जिसमे 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे …
सद्गुरु वासुदेव की ईशा फाउंडेशन और उसका IG Fabren +George Soros + CIA trained officer Michael Buczek का कनेक्शन …सवाल तो बनता है क्या IB की दिलचस्पी हार्दिक पटेल या उस जैसे दुसरे मोदी विरोधियो की CD खोजने या बनाने में है या इस पर भी ध्यान दिया जाएगा ?
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मित्रों, धर्म का पालन तो होना ही चाहिए, वो चाहे हिंसा से हो या अहिंसा से. धर्म उसे कहते हैं, जो दूसरों के अधिकारों एवं अपने कर्तव्यों के मध्य संतुलन बनाता हो, और इसे पालन करने वाले मानवों के समुदायों को हिन्दू कहा जाता है. आज ज्यादातर हिन्दू सब भूल चुके हैं, उन्हें न कोई अधिकार का अर्थ मालूम है और न अपने कर्तव्यों के पालन के पता है. !!
अधिकतर लोगों के अनुसार हिंसा पालने वाले हिन्दू नहीं होते !! तब तो कृष्ण एवं परशुराम जैसे महात्मा भी राक्षस हुए ? मित्रों, अतः धर्म का पालन अत्यंत अपेक्षित है. 
जय हिन्द, वन्दे मातरम् ||
https://righttorecallc.wordpress.com/2017/12/25/save_yourself_from_attacks_planned_by_wb/

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