वर्ल्डबैंक के आदेशानुसार बंगलादेशी नागरिकों को भारत में आधारकार्ड दिया जा रहा है, कारण व उपाय जो नागरिक स्वयं करेंगे


यही कारण है कि आधार कार्ड में केवल आपका पता दर्ज रहता है और आपका बायोमेट्रिक डाटा दर्ज रहता है, आधार कार्ड में आपकी राष्ट्रीयता दर्ज नहीं रहती है. http://bit.ly/2kNRtRk
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आधार कार्ड के समर्थक क्या ये बता सकते हैं कि इसमें राष्ट्रीयता दर्ज न होना, एकल वैश्विक सरकार का निर्माणाधीन देश का स्थिति और आपकी नागरिकता नहीं दर्शाएगी?
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इस्लामियों एवं ईसाईयों एवं दुनिया के कोई भी सम्प्रदाय वालों को हमने कभी हिदुस्तान में बसने से रोका नहीं, लेकिन इन दोनों समुदायों को ही हिन्दुओं के अस्तित्तव से समस्या है, इसीलिए ये हमें ही अस्तित्त्वहीन करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.


मित्रों, यहाँ सोचने वाली बात ये है कि जो रोहिंग्या यहाँ शरण लिए हुए हैं, उन्हें कश्मीर में बसाया जा चूका है. यूनाइटेड नेशंस वालों का कहना है कि रोहिंग्या को यूनाइटेड नेशंस ने ग्रीन कार्ड दिए हैं, फिर भी उन्हें जम्मू में सुविधा नहीं दे जा रही हैं.



EVM इसी कड़ी में एक सहायक का काम करता है और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं को हमारे देश जैसी तीसरी दुनिया के देशों के अन्दर अराजक माहौल बनाकर लोगों को जबरन अपराधी बनवाना और पिछले दरवाजे से सभी बौद्धिक एवं प्राकृतिक संसाधनों को अपने यहाँ ट्रान्सफर करवाना वर्ल्ड बैंक की चाल है, जिसे कई योजनाओं में तोड़ कर यूनाइटेड नेशन द्वारा यहाँ आदमी एवं एन जी ओ भेजकर अंजाम दिया जाता है, वो संस्थान अपने उन आदमियों को नोबेल प्राइज भी दिलवा देती है जिससे साधारण सामान्य लोग उनके द्वारा कहे जा चुके बातों को सीधे हाथ ले लें.
For more information- http://bit.ly/2nZWOt9 http://bit.ly/2yYAXmD

को भी गजेट में अत्यंत शीघ्र प्रकाशित करने का अत्यधिक दबाव प्रधान्सेवाक पर बनाएं.

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” माननीय सांसद/विधायक महोदय, मैं आपको अपना एक जनतांत्रिक आदेश देता हूँ कि‘ “टू चाइल्ड पॉलिसी” के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1478457208913930 व हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475761792516805
को राष्ट्रीय गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से इस क़ानून को लागू किया जाए, नहीं तो हम आपको वोट नहीं देंगे.
धन्यवाद,
मतदाता संख्या- xyz ”
इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .

ट्वीट करने का तरीका: होम में जाकर तीन टैब दिखेगा, उसमे एक खाली बॉक्स दिखेगा जिसमे लिखा होगा कि “whats happening” जैसा की फेसबुक में लॉग इन करने पर पुछा जाता है कि आपके मन में क्या चल रहा है- तो अपने ट्विटर अकाउंट के उस खाली बॉक्स में लिखें ” @PMO India I order you to print draft “2 child policy draft” : fb.com/notes/1478457208913930 व हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475761792516805 in gazette notification asap” . इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .
बस इतना लिखने से पी एम् को पता चल जाएगा, सब लोग इस प्रकार ट्विटर पर पी एम् को आदेश करें.

राईट टू रिकॉल, ज्यूरी प्रणाली, वेल्थ टैक्स जैसेे क़ानून आने चाहिए जिसके लिए, जनता को ही अपना अधिकार उन भ्रष्ट लोगों से छीनना होगा, और उन पर यह दबाव बनाना होगा कि इनके ड्राफ्ट को गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से क़ानून का रूप दें, अन्यथा आप उन्हें वोट नहीं देंगे.
अन्य कानूनी ड्राफ्ट की जानकारी के लिए देखें fb.com/notes/1479571808802470
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George Soros और नदी जोड़ो परियोजना एवं बर्मा में रोहिंग्या आतंक: –
जोर्ज सोरोस एक ऐसा शख्स है जिसका कोई धर्म नहीं है, ये व्यक्ति रोथ्स्चिल्ड घराने के दुनिया के सभी मूल्यवान वस्तुओं को हथियाने के लिए योजनाओं को कार्यगत लाने के लिए जमीन पर काम करने वाला इंसानी पिशाच है, जो एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक समय में नैतिक बात कहता हुआ पाया जाता है और उसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हो चुके पिछले सभी समझौतों को टाक पर रखकर अनैतिक कदम उठाते हुए नहीं हिचकता. ये अपनी योजनाओं को कार्यगत करने के लिए संसार भर की अनैतिकता के कोई भी स्तरहीन कार्य को अंजाम दे सकता है. इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए देखें- http://bit.ly/2D83YPf
George Soros , यह हंगरी का नागरिक है ,बहुत ज्यादा धनी इंसान है. कहने को तो इसकी संस्था Open Society Foundations दुनिया में democracy and human rights के लिए 100 से अधिक मुल्क में प्रोजेक्ट चलाती है, पर असल में यह NWO का खुनी सैनिक है. बर्मा में मुस्लिम – बौध जंग का अगर किसी एक इंसान को क्रेडिट दिया जा सकता है तो वह यह है. हंगरी के PM ने अपनी गुप्तचर एजेंसी को इसकी पूरी एम्पायर की mapping करने का आदेश दिया है. हंगरी के PM Viktor Orban के मुताबिक़ इसकी संस्था एक Mafia – Syndicate है. आज कल यह जग्गी – सद्गुरु की इशा- फाउंडेशन का प्रमुख financer है जो भारत में RallyForRivers अभियान चला रही है l इसकी Modus operandi भी बहुत interesting है. वह फिर कभी …भारत में George Soros का इंटरेस्ट आने वाले खतरे की चेतावनी देता है.
George Soros बर्मा संघर्ष का सूत्रधार है, उसकी तरह Michael Buczek गोधरा दंगे का मास्टर – माइंड. साबरमती एक्सप्रेस को जलाने की साजिस इसकी थी. यह CIA की ट्रेनिंग पूरी कर भारत के राज्य गुजरात में आता है सन 2002 में. CIA का ट्रेनेड ऑफिसर जिसे ESPIONAGE में महारत हासिल है गुजरात की एक एनर्जी कंपनी में एक मामूली नौकरी करने लगता है. इसी साल गोधरा होता है. सन 2003 में यह अपने देश वापिस चला जाता है वहां एक फ़ूड चैन स्टोर का कारोबार शुरू करता है. सन 2013 में अपना कारोबार बेच कर यह सद्गुरु जग्गी की ईशा फाउंडेशन में शामिल हो जाता है , और अब यह ईशा फाउंडेशन के Rally For River मिशन में भारत में है. अब खुद अंदाजा लगाये Soros और Michael Buczek का ईशा फाउंडेशन के साथ ताल्लुक इनका भारत में इंटरेस्ट … क्या ईशारा करता है ? जिन मित्रो को लगता है गोधरा मुसलमानों की साजिश थी उनके लिए CM मोदी की गुजरात सरकार ने गोधरा केस में मुख्य अभियुक्त हाजी उमर को बनाया सेशन कोर्ट और गुजरात HC ने ना सिर्फ प्राइम accused को बल्कि उसके साथ 61 अन्य आरोपियों ( सभी मुसलमानों ) को बेकसूर घोषित किया.
आज कल George Soros जग्गी – सद्गुरु की इशा- फाउंडेशन का प्रमुख financier है जो भारत में RallyForRivers अभियान चला रही है. जग्गी वासुदेव की ईशा फाउंडेशन की एक और मददगार फर्म है Sanofi-Aventis जो नाज़ी वार क्रिमिअल फर्म IG Fabren की बेबी- फर्म है l IG Fabren आज से 33 साल पहले भोपाल गैस ट्रेजेडी में भी involve थी जिसमे 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे …
सद्गुरु वासुदेव की ईशा फाउंडेशन और उसका IG Fabren +George Soros + CIA trained officer Michael Buczek का कनेक्शन …सवाल तो बनता है क्या IB की दिलचस्पी हार्दिक पटेल या उस जैसे दुसरे मोदी विरोधियो की CD खोजने या बनाने में है या इस पर भी ध्यान दिया जाएगा ?
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सद्गुरु वासुदेव की ईशा फाउंडेशन और उसका IG Fabren +George Soros + CIA trained officer Michael Buczek का कनेक्शन …सवाल तो बनता है क्या IB की दिलचस्पी हार्दिक पटेल या उस जैसे दुसरे मोदी विरोधियो की CD खोजने या बनाने में है या इस पर भी ध्यान दिया जाएगा ?
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मित्रों, धर्म का पालन तो होना ही चाहिए, वो चाहे हिंसा से हो या अहिंसा से. धर्म उसे कहते हैं, जो दूसरों के अधिकारों एवं अपने कर्तव्यों के मध्य संतुलन बनाता हो, और इसे पालन करने वाले मानवों के समुदायों को हिन्दू कहा जाता है. आज ज्यादातर हिन्दू सब भूल चुके हैं, उन्हें न कोई अधिकार का अर्थ मालूम है और न अपने कर्तव्यों के पालन के पता है. !!
अधिकतर लोगों के अनुसार हिंसा पालने वाले हिन्दू नहीं होते !! तब तो कृष्ण एवं परशुराम जैसे महात्मा भी राक्षस हुए ? मित्रों, अतः धर्म का पालन अत्यंत अपेक्षित है.
अधिकतर लोगों के अनुसार हिंसा पालने वाले हिन्दू नहीं होते !! तब तो कृष्ण एवं परशुराम जैसे महात्मा भी राक्षस हुए ? मित्रों, अतः धर्म का पालन अत्यंत अपेक्षित है.
जय हिन्द, वन्दे मातरम् ||
https://righttorecallc.wordpress.com/2017/12/25/save_yourself_from_attacks_planned_by_wb/
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कानूनों से फर्क पङता है. किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसी है जानना हो तो पता लगाओ की उस देश की न्याय प्रणाली कैसी है. देश में आर्थिक सामाजिक विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक कि आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी न हो.
राजनैतिक, आर्थिक, सामरिक-क्षमता में, अगर कोई देश अन्य देशों पर निर्भर रहता है तो उस देश का धर्म, न्याय, संस्कृति, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, अनुसंधान व जनता तथा प्राकृतिक संसाधन कुछ भी सुरक्षित नहीं रह जाता.
वही राष्ट्र सेक्युलर होता है, जो अन्य देशों पर हर हाल में निर्भर हो.