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Showing posts from September, 2017

रोहिंग्याओं का इतिहास – हत्यारों व आतंकियों को शरण देने का सिलसिला तो पच्चीस साल चल ही रहा है

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निहत्थे लोगों को मार डालने का सिलसिला चल निकला है. हत्यारों व आतंकियों को शरण देने का सिलसिला तो पच्चीस साल चल ही रहा है. —  रोहिंग्याओं का इतिहास : . सच्चाई यह है कि “रोहिंग्या” शब्द का व्यवहार वास्तव में बर्मा की स्वतन्त्रता के पश्चात 1950 के दशक में ही आरम्भ हुआ जिससे पहले उन्हें प्रवासी बंगाली (बांग्लादेशी) कहा जाता था, जब रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय ने बर्मा की केन्द्रीय सत्ता के विरुद्ध स ्वायत्तशासी क्षेत्र बनाने के लिए सशस्त्र संघर्ष आरम्भ किया | इस सशस्त्र संघर्ष का बीजारोपण द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ही हुआ था, जब ब्रिटिश शोषण से भड़के हुए बर्मा के बहुमत बौद्ध समुदाय और प्रवासी भारतीय हिन्दुओं ने आजाद हिंद फौज और जापानी सेना को समर्थन दिया तो उसकी काट में अंग्रेजों ने अराकान प्रान्त के प्रवासी बंगाली (बांग्लादेशी) मुस्लिमों को हथियार देना आरम्भ किया | किन्तु 1942 में उन हथियारों का इस्तेमाल रोहिंग्या मुस्लिमों ने जापानियों के विरुद्ध नहीं किया, बल्कि स्थानीय बर्मी बौद्धों और हिन्दुओं पर आक्रमण कर दिया और 20 हज़ार निर्दोष नागरिकों का सामूहिक नरसंहार कर दिया | प्रत्युत्तर में बर्

जिनको आप सिक्ख गुरु कहते हैं वो बहुत बड़े दूरदर्शी थे – नागरिक अपनी सुरक्षा स्वयं कैसे करें

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जिनको आप सिक्ख गुरु कहते हैं वो बहुत बड़े दूरदर्शी थे। . पहले तो मैं ये स्पष्ट करूँगा कि सिक्ख भाइयों के कोई गुरु नहीं हुए जो महान बलिदानी गुरु हुए हैं वो सभी मानवों के गुरु रहे हैं उन्होंने कोई भी आदेश केवल सिक्खों के लिए कभी नहीं दिया। इसलिए हमें गुरुओं को सिक्ख गुरु कहने से बचना चाहिए। गुरूओं ने अपना बलिदान आपके लिए भी दिया है। .  यदि हमें अपने गुरुओं का कुछ ऋण अदा करना है तो हमें उनके दिए हुए  आदेशों का पालन करना चाहिए। जैसे :- गुरुओं ने हमें शस्त्र धारण करने का आदेश दिया था लेकिन आज अधिकतम नागरिक शस्त्रहीन हैं इसलिए हम पर गुण्डे बदमाश शासन कर रहे हैं हमारे सिक्ख भाई भी केवल छोटी सी कृपाण धारण करके गुरुओं के आदेश का अधूरा पालन कर रहे हैं। उन्हें सोचना चाहिए कि यदि आज गुरुदेव शस्त्र रखने का आदेश देते तो वो शस्त्र कौनसा होता ? मैं सिक्ख भाइयों सहित सभी नागरिकों से विनती करूँगा कि वे समय के अनुसार शस्त्र धारण करके अपने महान गुरुओं का कुछ ऋण अदा करें। .  गुरुओं व सिक्ख भाइयों ने हमारे लिए क्या-2 किया ? ये पढ़े :-  https://www.facebook.com/notes/bittoo-suryavanshi-jury/684736151684685 .

क्या आप अपनी सुरक्षा करने के लिए तैयार हैं?

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‘तैयार रहिये’ युद्ध के लिए !   लोगो को गृहयुद्ध से निपटने के लिए तैयार हो जाना चाहिए, सरकारों से उम्मीद न करें. सरकारें हर मोर्चे पे अपने विदेशी मालिकों एवं धनपशुओं के कहने में चलतीं हैं, उनके कहने पर ही देश को अस्थिर करने की चालें चलीं जातीं हैं और उस ढंग के निर्णय लिए जाते हैं. इस संभावना को सिरे से खारिज़ नही किया जा सकता कि ISIS से भारत को निकट भविष्य में खतरा है ।   ईराक काबू करने के बाद ISIS पाकिस्तान होते हुए भारत का रूख कर सकता है … जो व्यक्ति ये मानना चाहते है कि ISIS भारत का रूख नही कर सकता उनको ऐसा मानने से रोकने का कोई उपाय नही है । लेकिन तथ्यात्मक संभावनाएं इशारा करती है कि ISIS भारत को लक्ष्य ना करे ऐसे कोई कारण मौजूद नही है ।   पाकिस्तान में 1000 युवाओं ने ISIS की सदस्यता ली है और अन्य आतंकवादी संघठन जैसे हिजबुल, लश्कर आदि के साथ ISIS गठबंधन करके ISIS+ या ISIS -2 टाइप का वर्ज़न बना सकता है । पाक मिलिट्री कश्मीर के लिए तथा चीन असम को अस्थिर करने के लिए ISIS+ को सक्रीय और निष्क्रिय मदद कर सकता है । असम के अस्थिर होने से अरुणाचल प्रदेश से हमारा नियंत्रण कमजोर

रोहिंग्या व घुसपैठियों को भारत में ही शरण क्यों चाहिए?

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जो लोग 40 हजार रोहिंग्यों को वापिस भेजने के लिए अभियान चला रहे है वे 3 करोड़ बांग्लादेशी घुसपेठियो पर खामोश क्यों है ? रोहिंग्या व बंगलादेशी घुसपैठिये को भारत में ही शरण क्यों चाहिए? म्यांमार व नेपाल चीन के अधिक नजदीक हैं, वहां जाएं, भारत कोई शरण-स्थली नहीं की कोई भी शरण ले सके, और अगर इस देश में आप सबको अपनी माँ का घर दिखता है तो उसे अपनी मात्री-भूमि मान कर यहाँ के लोगों के साथ मिलकर रहे, ना कि उसके अंगों को काट कर बर्बाद करें. आप पाकिस्तानी,बांग्लादेशी, रोहिंग्या इत्यादि को घुसने से रोक नही पा रहे हो। लगभग 5 करोड़ बांग्लादेशी भारत मे अवैध तरीके से रह रहे है, लेकिन हाँ ! आधार को मोबाइल नंबर से लिंक करना आपने अनिवार्य कर दिया, बैंक एकाउंट से लिंक करना अनिवार्य कर दिया क्यों ? भक्त इसे देश की सुरक्षा के लिए सही ठहराते है। जबकि ये आपके पैसों पर डकैती हैं। अरे देश की सुरक्षा अवैध पाकिस्तानी बांग्लादेशी से क्यों नही करते ? जिसका बैंक एकाउंट आधार से लिंक नही होगा उसका अकाउंट बंद कर दिया जाएगा!  ये कार्य करने की जगह ये फरमान जारी क्यों नही कर देते की “जो भारत का नागरिक नही होगा उसे तुरंत