देश को साम्प्रदायिक दंगे से कोई भ्रष्ट जज या वकील नहीं बल्कि जनता ही बचा सकती है.
मित्रों,

अमेरिका-लन्दन के धनपिशाच १९४७ से ही कभी नहीं चाहते थे कि कश्मीर भारत को मिले, क्योंकि भारत को रूसे के साथ भूमि से सम्बंधित जुड़ाव से सिल्क रूट का मार्ग मिल जाता जिससे अर्थव्यवस्था काफी सुधरती और USSR को भारत में भूमि से रास्ता मिल जाने पर अपना communism फैलाने में आसानी होती.
अतः, भारत के इन सब फायदे वाली बातों को रोकने के लिए CENTO और SEATO treaties (1955-1956) की संधि की गयी थी, जिसके कारण अमेरिका-ब्रिटेन के सेनाओं को छूट मिल गयी थी जिसके चलते पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK-गिलगित-बाल्टिस्तान) में अमेरिका-ब्रिटेन मिलिट्री बेस बना सके और बदले में पाक को हथियार मिलते रहे। इन सभी कारणों से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को आज तक अमेरिका के चंगुल से छुड़ाया जाना तब तक संभव नहीं है, जब तक कि हमारा देश हथियार एवं आयुध निर्माण में पूरी तरह से आत्मनिर्भर न हो. जब तक ये देश आयातित हथियारों के बल पर निर्भर रहता रहेगा, तब तक इसे हर दूसरा देश इसी तरह लूटता रहेगा.
भारत में स्वदेशी हथियारों के उत्पादन के लिए प्रस्तावित क़ानून ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475760442516940
यदि भारत में हथियारबंद समाज के अंतर्गत लोग रहें, तो लोग आपस में नहीं लड़ेंगे क्योंकि दो गुंडों का समूह शायद ही कभी लड़ता है, क्योंकि वे आपस में जानते हैं कि सबके पास हथियार है तो कोई किसी को उसके घर से निकाल कर भागने पर विवश नहीं करा सकेगा.
हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475761792516805
मित्रों, यदि पनामा लीक्स वालो से पूछा जाय कि इन लोगो को टैक्स सेफ हेवन की जानकारी किसने दी ? इन्ही वेस्टर्न ठगों धनपशुओं ने दी ! यही लोगो को गलत काम करना सिखाते है और फिर उन्ही को screw भी करते है. हां screw सभी को नहीं, बल्कि कुछ चुने हुए लोगो को किया जाता है है जैसे नवाज़ शरीफ, सद्दाम हुसैन, ओमर गद्दाफी इत्यादि . इसी तरह वह अपनी पुरानी गेम खत्म कर नए खिलाड़ी लाते है.
यह सिर्फ टैक्स हैवन की बात नहीं . यही लोग सद्दाम से बुरे काम करवाते है और फिर उसे खलनायक के रूप में पेश किया जाता है l हिटलर को भी ताकतवर और अपराधी इन्होने बनाया , फिर उसे समाप्त भी इन्होने किया
नार्थ कोरिया को मिसाइल – परमाणु इनकी रजामंदी से ट्रान्सफर हुए और अब उसे एक शैतान के रूप में दर्शाया जा रहा है जंग या राजनीति के लिए .मुझे लगता है चीन के साउथ China sea islands की कहानी भी कुछ ऐसी ही होगी
और यही धन-पिशाच अपने भारतीय कठपुतली सरकारों की evm घोटाले के जरिये J&K में सरकार बनवा देते है फिर इन्ही से पेलेट गन आम आबादी पर इस्तेमाल भी करवाया जाता है , जिसका कोई औचित्य भी नहीं था , और यही लोगो इसे human rights violation भी करार देते है
यह सिर्फ टैक्स हैवन की बात नहीं . यही लोग सद्दाम से बुरे काम करवाते है और फिर उसे खलनायक के रूप में पेश किया जाता है l हिटलर को भी ताकतवर और अपराधी इन्होने बनाया , फिर उसे समाप्त भी इन्होने किया
नार्थ कोरिया को मिसाइल – परमाणु इनकी रजामंदी से ट्रान्सफर हुए और अब उसे एक शैतान के रूप में दर्शाया जा रहा है जंग या राजनीति के लिए .मुझे लगता है चीन के साउथ China sea islands की कहानी भी कुछ ऐसी ही होगी
और यही धन-पिशाच अपने भारतीय कठपुतली सरकारों की evm घोटाले के जरिये J&K में सरकार बनवा देते है फिर इन्ही से पेलेट गन आम आबादी पर इस्तेमाल भी करवाया जाता है , जिसका कोई औचित्य भी नहीं था , और यही लोगो इसे human rights violation भी करार देते है

सही समय पर लोगों को सही न्याय न मिलना उनके हत्यारा बन जाने का एक प्रमुख कारण है.
इसी तरह से २००२ में गुजरात के गोधरा हत्याकांड में दोनों समुदायों के कुछ निरपराधों को अभियुक्त बनाकर दिखाया गया था, जबकि इस हत्या में जिम्मेदार लोग विदेश से नियंत्रित होने वाले लोग हैं जिन्हें ये बताया जाता है कि अमुक अमुक घटना को किस तरह अंजाम दिया जाए और साम्प्रदायिक माहौल बनाया जाए तथा साम्प्रदायिक दंगा को त्वरित गति से फैलाया जा सके .

बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से भारत में घुसाना वर्ल्ड बैंक के एक योजना का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत सभी भारतीय एवं बंगलादेशी बिना वीसा के सीमा के पार आ जा सकेंगे. और इसी कारण से भारत में हिन्दुओं से जुड़े कोई भी मुद्दे साम्प्रदायिक घोषित हो रहे हैं, जिससे मूसल्वानो को सहूलियत हो, वैसे ही हिन्दुओं का अपना धार्मिक प्रतीक इत्यादि नष्ट भ्रष्ट किया जा सके.
और यही कारण है कि आधार कार्ड में केवल आपका पता दर्ज रहता है और आपका बायोमेट्रिक डाटा, लेकिन आधार कार्ड में आपकी राष्ट्रीयता दर्ज नहीं रहती है..
आधार कार्ड के समर्थक क्या ये बता सकते हैं कि इसमें राष्ट्रीयता दर्ज न होना, एकल वैश्विक सरकार का निर्माणाधीन देश का स्थिति और आपकी नागरिकता नहीं दर्शाएगी? http://bit.ly/2kNRtRk
और यही कारण है कि आधार कार्ड में केवल आपका पता दर्ज रहता है और आपका बायोमेट्रिक डाटा, लेकिन आधार कार्ड में आपकी राष्ट्रीयता दर्ज नहीं रहती है..
आधार कार्ड के समर्थक क्या ये बता सकते हैं कि इसमें राष्ट्रीयता दर्ज न होना, एकल वैश्विक सरकार का निर्माणाधीन देश का स्थिति और आपकी नागरिकता नहीं दर्शाएगी? http://bit.ly/2kNRtRk
ये सब अंतर्राष्ट्रीय दबाव के द्वारा हमारी सरकारों द्वारा करवाया जा रहा है. और जो इन लोगों की योजनाओं के अनुसार नहीं चलता है, उनकी सर्कार गिरा दी जाती है. EVM इसी कड़ी में एक सहायक का काम करता है और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं को हमारे देश जैसी तीसरी दुनिया के देशों के अन्दर अराजक माहौल बनाकर लोगों को जबरन अपराधी बनवाना और पिछले दरवाजे से सभी बौद्धिक एवं प्राकृतिक संसाधनों को अपने यहाँ ट्रान्सफर करवाना वर्ल्ड बैंक की चाल है, जिसे कई योजनाओं में तोड़ कर यूनाइटेड नेशन द्वारा यहाँ आदमी एवं एन जी ओ भेजकर अंजाम दिया जाता है, वो संस्थान अपने उन आदमियों को नोबेल प्राइज भी दिलवा देती है जिससे साधारण सामान्य लोग उनके द्वारा कहे जा चुके बातों को सीधे हाथ ले लें.
For more information- http://bit.ly/2nZWOt9 http://bit.ly/2yYAXmD

कई मामलों में तो घर के ही रिश्तेदार इत्यादि लड़की का रेप करते हैं और पीड़ित को सामाजिक आदर इज्जत के नाम पे चुप रहने को बोला जाता है, क्यों? क्योंकि समाज के लोग न्याय नहीं करते हैं, बल्कि वे कोर्ट पर निर्भर हैं और पीड़ित की आर्थिक स्थिति मजबूत बहुत ही कम मामलों में होती है.
इसी तरह समाज को स्वयं आकलन करना चाहिए कि वो स्वयं न्याय न कर भ्रष्ट जजों, वकीलों एवं कोर्ट व्यवस्था पर क्यों निर्भर है?
उन्हें जनता द्वारा जनता को न्याय के लिए ज्यूरी प्रणाली द्वारा न्याय किये जाने को लेकर ज्यूरी सिस्टम लाने के लिए सरकार के ऊपर दबाव डालना चाहिए, जिससे लोग अपना न्याय स्वयं कर सकें.

इससे बचने के लिए पुलिस अधिकारी के ऊपर राईट-टू-रिकॉल का क़ानून लागू होना चाहिए.
राईट टू रिकॉल जिला पुलिस प्रमुख के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/476540585772259

न्यायालयों में ग्रीस की देवी को अंधी दिखलाया जाना अंग्रेजों की चाल हो सकती है, जिनके लिए न्याय व्यवस्था भारतीयों के लिए थी ही नहीं, आज भी हमारी न्याय व्यवस्था लगभग उन्ही अंग्रेजों के द्वारा बनाये जा चुके कानूनों पर ही चल रही है और ग्रीस की न्यायिक देवी आज भी अंधी है.
राईट टू रिकॉल मंत्री के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1476084522484532
राइट टू रिकॉल महापौर का प्रस्तावित कानून-ड्रॉफ्ट : fb.com/notes/1476082465818071
राइट-टू-रिकॉल विधायक के लिए प्रस्तावित कानून ड्राफ्ट : fb.com/notes/1476073165819001
राईट टू रिकॉल सांसद के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475749302518054


अमेरिका जो ऊँची सोच का दम्भ रखता है शायद उसे भारत की न्याय परंपरा से अधिक संकीर्ण सोच से ग्रसित और गलत ताकतों द्वारा पोषित मेनस्ट्रीम मीडिया के कुछ प्रकाशनों पे ज्यादा ही भरोसा है.
अतः, भ्रष्ट मीडिया को नियंत्रण में रखने के लिए दूरदर्शन चैरमैन के ऊपर राईट-टू-रिकॉल का कानून लागू करवाना चाहिए, जिससे दूरदर्शन सच समाचार दिखलाने को बाध्य हो, यदि जनता सच जानने के लिए दूरदर्शन ही देखेगी तो अन्य चैनल का मूल्य अपने आप ही कम हो जाएगा. राईट टू रिकॉल दूरदर्शन अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475755192517465

ज्यूरी प्रणाली के लिए ड्राफ्ट यहाँ देखें- fb.com/notes/1475753109184340
पब्लिक में नार्को टेस्ट – बलात्कार , हत्या , भ्रष्टाचार , गौ हत्या आदि के लिए नारको टेस्ट का कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1476079982484986
सबूतों को पारदर्शी माध्यम से सार्वजनिक होने हेतु पारदर्शी शिकायत प्रणाली होना अत्यावश्यक है, जिसमे कि लोग निडर होकर सबूत इत्यादि सार्वजनिक कर प्रधानमन्त्री की वेबसाइट पर रख सकें जिसे अन्य सभी नागरिक बिना लॉग इन के देख सकें. पारदर्शी शिकायत प्रणाली के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475756632517321
देश में जनसँख्या नियंत्रण के लिए “टू चाइल्ड पॉलिसी” के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1478457208913930

.
” माननीय सांसद/विधायक महोदय, मैं आपको अपना एक जनतांत्रिक आदेश देता हूँ कि‘पारदर्शी शिकायत प्रणाली के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475756632517321
को राष्ट्रीय गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से इस क़ानून को लागू किया जाए, नहीं तो हम आपको वोट नहीं देंगे.
धन्यवाद,
मतदाता संख्या- xyz ”
इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .

ट्वीट करने का तरीका: होम में जाकर तीन टैब दिखेगा, उसमे एक खाली बॉक्स दिखेगा जिसमे लिखा होगा कि “whats happening” जैसा की फेसबुक में लॉग इन करने पर पुछा जाता है कि आपके मन में क्या चल रहा है- तो अपने ट्विटर अकाउंट के उस खाली बॉक्स में लिखें ” @PMO India I order you to print draft पारदर्शी शिकायत प्रणाली के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट : fb.com/notes/1475756632517321 in gazette notification asap” . इसी तरह अन्य ड्राफ्ट के लिए भी आदेश भेज सकते हैं .
बस इतना लिखने से पी एम् को पता चल जाएगा, सब लोग इस प्रकार ट्विटर पर पी एम् को आदेश करें.

राईट टू रिकॉल, ज्यूरी प्रणाली, वेल्थ टैक्स जैसेे क़ानून आने चाहिए जिसके लिए, जनता को ही अपना अधिकार उन भ्रष्ट लोगों से छीनना होगा, और उन पर यह दबाव बनाना होगा कि इनके ड्राफ्ट को गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से क़ानून का रूप दें, अन्यथा आप उन्हें वोट नहीं देंगे.
अन्य कानूनी ड्राफ्ट की जानकारी के लिए देखें fb.com/notes/1479571808802470
धर्म की परिभाषा : दूसरों के अधिकारों एवं अपने कर्तव्यों के मध्य संतुलन बनाना धर्म है .
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जय हिन्द, वन्दे मातरम् ||
nice...
ReplyDeleteधन्यवाद
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