यह कैसा विकास ?


नोट:- इस पोस्ट को फेसबुक मेमोरी ने दिखाया कि इसे फेसबुक ने ब्लाक किया हुआ है, हमारे भ्रष्ट नेताओं के लोगों की आँखों में सच एक मिर्चे की भाँती चुभती है. इसीलिए कई लोगों ने मिलकर मेरे कई पोस्ट्स को ब्लाक करवा दिया है.  30 October 2015 
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यह कैसा विकास ?
देश की विदेशी मुद्रा कम हो रही है और विदेशी मुद्रा खर्च बढ़ रहा है | आजकल हमारा निर्यात बहुत कम हो रहा है और आयात बहुत बढ़ रहा है |
आज सरकार चाहे किसी की भी हो, चलाते उसे कोर्पोरेट ही हैं, लाभ भ्रष्ट कोर्पोरेट को होता है और घाटा देश के नागरिकों को होता है |
कार्यकर्ताओं को विस्तार से बताना चाहिए कि हम कौनसी नीतियां अपना रहे हैं जिसके द्वारा हम अपने निर्यात बढ़ा सकते हैं और कैसे हम आयात कम कर सकते हैं |
हमने कुछ सुझाव दिए हैं कि नागरिक, पूर्णतः भारतियों द्वारा निर्मित उत्पादन करके निर्यात की गुणवत्ता और मात्रा बढ़े, ऐसी व्यवस्था को लागू करवा सकते हैं. कृपया ये लिंक देखें –www.tinyurl.com/SwadeshiBadhao
अगस्त 2015 में भारत का व्यापर संतुलन घाटा (आयत और निर्यात का अंतर) जो विदेशी मुद्रा जैसे डॉलर में होता है, पिछले साल की तुलना में बढ़कर -10.8 बिलियन डॉलर (1080 करोड़ डॉलर; 1 डॉलर आज के समय में लगभग 65 रुपये होते हैं) | वर्ष 2012 के बाद, ये किसी अगस्त महीने के लिए सबसे अधिक घाटे वाले व्यापर संतुलन था क्योंकि निर्यात 20.66 % कम हो गए |
भारत का व्यापर संतुलन मार्च 1977 में +258.9 मिलियन डॉलर (2589 लाख डॉलर) सबसे अधिक था और सबसे घाटे वाला व्यापार संतुलन ओक्टोबर 2012 में -20,210 मिलियन डॉलर (2021 करोड़ डॉलर) था |
इससे ये स्पष्ट होता है कि 1970 के दशक (इंदिरा गाँधी) के बाद कोई भी साकार ने ऐसी कोई नीति बनायीं है जिसके द्वारा हमारे निर्यात की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ें और हमारे आयात कम हों |
निर्यात बढ़ाने और आयात कम करने के लिए हमें अपना उत्पादन बढ़ाना चाहिए | हमारे उत्पादन बढ़ाने के लिए ऐसा माहौल चाहिए कि कोर्ट-कचाहेरी के फैसले जल्दी निपटें, न कि उद्योग मालिक और कर्मचारी सालों-साल झूठे और सच्चे कोर्ट के मामलों में फंसे रहे और अपने काम-धंधे में समय और ध्यान नहीं दे पाएं | इसके लिए हमें जज सिस्टम के बदले जूरी सिस्टम लाना होगा |
उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योग मालिकों को भ्रष्ट अफसर की खातिरदारी नहीं करनी पड़े, इसके लिए नागरिकों को विभिन्न मुख्य अधिकारीयों के पदों को बदलने का अधिकार (राईट टू रिकाल) होना चाहिए |
नागरिक कैसे ये प्रक्रिया लागू करवा सकते हैं, इसके लिए ये लिंक देखें = www.tinyurl.com/SwadeshiBadhao

फोटो में दिए गए आंकड़ों का स्रोत लिंक -
http://www.tradingeconomics.com/india/balance-of-trade
http://www.nytimes.com/…/india-trade-deficit-narrowed-in-se…
http://www.thehindu.com/…/indias-trade-d…/article6991201.ece
http://www.focus-economics.com/…/trade-deficit-widens-in-au…

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