बीजेपी के पास न कोई देशभक्त है और न कोई शहीद है
बीजेपी के पास तो एक शहीद का नाम नहीं जिसने देश के लिये कोई शहादत दी हो । पटेल भी कांग्रेसी थे जिनका बुत बनाकर गुजरात में लगा रहे हैं ।
शहीद इन्दिराजी के नाम पर दुष्प्रचार हो रहा है और उन्हे अपशब्द कहे जा रहे है ..चेनेल मे बोला जा रहा है की 1971 मे शहीद इन्दिराजी ने कायरता दिखायी वरना लाहोर हमारा होता..इसलिये इन्दिराजी को माफ नही किया जा सकता .. थोडा सा इतिहास :
1. सवारकर ने Two Nations Theory बनायी और बाद मे ज़िन्नाह भी इसिके साथ हो लीये ..
2. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मुसलिम लीग के साथ गठबंधन कर बंगाल , सिंध और NWFP मे सरकार बनायी ..
3. भारत छोडो के क्रांतीकारी लीलाधर वाजपेयी के खिलाफ गवाही देने वाले अटल पकिस्तान बस मे घुम आये ..
4. लाल आँख और 56" वाले साहेब पकिस्तान मे केक खा आये ..
5. दाग दी गोली बापू के सिने मे आतंकवादी नाथुराम ने ..
इन पांचो को लाहोर का ख्याल नही आया ..
किसी ने क्या खूब लिखा है : दुनिया मे केवल दो बार ऐसा हुवा की जिता हुवा राज्य, उसी देश के लोगो को लौटा दिया गया ..एक बार श्री राम ने विभीषण को लंका लौटायी और दुसरी बार इन्दिराजी ने बांगलादेश के लोगो को उनका देश लौटाया ..
बेवकुफो , इन्दिराजी ने मानवता की लड़ाई लड़ी थी , लाहोर की नही..इतना निचे मत गीरो की उपर उठने से डर लगने लगे ..
फीर याद आयी आज इन्दिरा मा..सर झुक गया शहीद की याद मे , आँखो मे एक तस्वीर और कुछ बुंद आंसू के..मा आपको सलाम ..
CENTO और SEATO ट्रिटी (१९५५-५६) के अनुसार US-UK फोर्सेज को छूट मिल गयी थी POK )गिल्गिस्तान-बाल्टिस्तान) में मिलिट्री बेस बनाने का और बदले में पाक को हथियार मिला था अमेरिका से. १९७१ में POK में US आर्मी थी तो श्रीमती इंदिरा गाँधी कैसे POK को छुड्वाती? इंदिरा जी ने पाकी सनिको को छोड़कर गलती की हो सकती है, US-UK इलीट नहीं चाहते थे कि कश्मीर भारत को मिले क्योंकि भारत को सिल्क रूट का मार्ग मिल जाता जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिल जाता और USSR को अपना कम्युनिज्म फ़ैलाने में आसानी होता, क्योंकि उसे भारत के जरिये लैंड-रूट मिल जाता.
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CENTO और SEATO ट्रिटी (१९५५-५६) के अनुसार US-UK फोर्सेज को छूट मिल गयी थी POK )गिल्गिस्तान-बाल्टिस्तान) में मिलिट्री बेस बनाने का और बदले में पाक को हथियार मिला था अमेरिका से. १९७१ में POK में US आर्मी थी तो श्रीमती इंदिरा गाँधी कैसे POK को छुड्वाती? इंदिरा जी ने पाकी सनिको को छोड़कर गलती की हो सकती है, US-UK इलीट नहीं चाहते थे कि कश्मीर भारत को मिले क्योंकि भारत को सिल्क रूट का मार्ग मिल जाता जिससे अर्थव्यवस्था को बल मिल जाता और USSR को अपना कम्युनिज्म फ़ैलाने में आसानी होता, क्योंकि उसे भारत के जरिये लैंड-रूट मिल जाता.
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अब कुछ लोग कहेंगे कि - Congress walo desh ko aap ye btaye Jin 90 hazar pak army ke adhikarion aur jawano ko 1971 ki Jung jeetane wali hamari bahadur sena ne hathiyar dalne pr majboor kiya unhe hum hamare desh mein biryani khilate rahe aur table pr saja kr pak ko vapis de diya. Kiya Congress wale Indira bhagat desh ko batayenge ki aisa krte samay pak ke kabje se bhartiye jawano ko vapis kiyo nahi liya gaya. En jawano ke Parivar aaj bhi vapis lotne ka intjar kr rahe hain kashmir to nahi liya lakin 90 hazar pak jawan plate mein saja kr dete samay 750 ke kareeb apne jawan vapis nahi le pai aur Congress bhagat kah rahe hain ki makaan Indira ka apmaan Kia ja raha hain Indira pr sawaal uthe to mirchi aur desh ke pm modi pr behuda hamalo ko desh chupchap dikhta rahe aisa nahi ho skta Indira Sonia Rahul sabhi pr sawaal uthenge kiyoki desh congression ki tarah kisi ki god nahi gaya hai
Indra to chli gyi pr 2 swal aaj bhi jinda h.....pahla ye ki indian army ne jo jita tha,wo to chlo manvta ki Ldai thi,isliye lota diya pr POK to apna tha na,wo kyo nhi liya ....pr kayar baap ki beti bhi kayar nikli....doosra ye ki 93 hjar pak senik chhod diye ...bdle me hmare senik jo pak ne bndi bnaye the jo 1 hjar ke aaspaas the ...unnko kyo nhi chhudwaya.....uss time manvta ghaas khane chli gyi thi kya
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जवाब: यह बातें उस वक्त इंदिरा गांधी जी छोटू राम जी से पूछना भूल गई थी कि हम हमारे सैनिक पर छोड़ रहे हैं उनके सैनिक को छोड़ रहे हैं परंतु हमारे सैनिक क्यों नहीं छुड़वा रहे हैं हंसी आती है आप के वक्तव्य पर
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कानूनों से फर्क पङता है. किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसी है जानना हो तो पता लगाओ की उस देश की न्याय प्रणाली कैसी है. देश में आर्थिक सामाजिक विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक कि आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी न हो.
राजनैतिक, आर्थिक, सामरिक-क्षमता में, अगर कोई देश अन्य देशों पर निर्भर रहता है तो उस देश का धर्म, न्याय, संस्कृति, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, अनुसंधान व जनता तथा प्राकृतिक संसाधन कुछ भी सुरक्षित नहीं रह जाता.
वही राष्ट्र सेक्युलर होता है, जो अन्य देशों पर हर हाल में निर्भर हो.