सरकार को जब पहले से अंदेशा था कि हिंसा भड़क सकती है तो दर्जनों लोगों को मौत के मुँह मे क्यों जाने दिया ?




सरकार को जब पहले से अंदेशा था कि हिंसा भड़क सकती है तो दर्जनों लोगों को मौत के मुँह मे क्यों जाने दिया ?
...................
राम-रहीम के समर्थकों ने गाय को भी आग के हवाले किया (जी-न्यूज़ के अनुसार, मैंने बहुत ढूंढा लेकिन कोई फोटो नहीं दिखी) ! यदि यह बात सही है तो प्रश्न उठता है कि ये लोग हिन्दू हैं या म्लेच्छ ?.................
.....
या फिर मीडिया गलत तरीके से बातों को प्रस्तुत कर रही है ? इतने लाख लोग क्या सब-के-सब पागल हैं जो एक बलात्कारी के पीछे दीवाने हैं ?
.
मैंने तो बहुत प्रयास किया ढूँढने का, लेकिन अभी तक इतना ही पता चल सका है कि केवल एक "सबूत" के आधार पर राम-रहीम को दोषी ठहराया गया है -- मेडिकल जाँच में पाया गया है कि वे बलात्कार करने में सक्षम हैं !! अन्य कोई सबूत किसी को पता हो तो कृपया सूचित करे |
...................
राम रहीम जब कांग्रेस के समर्थक थे तो भाजपा ने मुकदमा दर्ज कराया | बाद मे राम रहीम भाजपा के समर्थक बन गए | फिर एक नए जज बहाल हुए और उनको पंद्रह वर्ष पुराने काण्ड का मेडिकल सबूत मिल गया !!
गजब का देश है !!!
.......................
राम-रहीम की उछल-कूद धर्मगुरु जैसी नहीं दिखती | लेकिन न्याय को न्याय-जैसा दिखना भी चाहिए | किसी की उछल-कूद देखकर उसे बलात्कार में सक्षम और दोषी घोषित कर देना कहाँ तक "न्याय" है ?
.
जी-न्यूज़ की मोहतरमा रूबिका लियाकत की भाषाई नफासत तो देखते ही बनती है, बिना "गुण्डागर्दी" शब्द का प्रयोग किये एक वाक्य भी इनलोगों के बारे में नहीं बोलती | मीडिया का असली दायित्व क्या है ?
.
मामले की तह तक छानबीन करके तथ्यों को सामने लाना, या अपना दर्शन लोगों पर थोपना ?
बलात्कार हुआ या नहीं इसकी छानबीन कोई नहीं करता !!
.......
राम रहीम के चेलों ने जो उत्पात मचाया वह निन्दनीय है | लेकिन क्यों मचाया ? क्या वे सब पागल है ? सब गुण्डे हैं ? या कुछ बात है जो सामने नहीं आ रही है ?
.....................
राम रहीम किसे मानता है, राम को या रहीम को ? जो दोनों को मानता है वह असल में किसी को नहीं मानता, केवल अपने मनमानेपन को मानता है | किन्तु केवल इस कारण से उसे बलात्कारी मान लें ?
बलात्कार के आरोप पर क़ानून किस हद तक सही है ? इसे ठीक से पढ़िए, रोंगटे खड़े हो जायेंगे, खासकर यदि मामला हरिजन से भी जुड़ा हो | किसी सभ्य देश में ऐसे कानून नहीं होते |
...........
मैं मृत्युदण्ड का विरोधी हूँ, अतः बलात्कार की सजा मृत्युदण्ड होनी चाहिए ऐसा कहने का मन करता है, बलात्कार की सजा होनी चाहिए जबरन नसबन्दी, और ललाट पर गुदवा दिया जाय :-- "मैं बलात्कारी हूँ", और समय-समय पर पुलिस जाँच करती रहे कि लिखावट मिट तो नहीं गयी है ! लेकिन पहले बलात्कार सही तरीके से साबित तो हो !
........................
मेंढकों को यह पोस्ट समझ में नहीं आयेगा.
राम रहीम दोषी हैं या निर्दोष, यह महत्वपूर्ण नहीं हैं, महत्व इस बात का है कि कानून की प्रक्रिया सही और पारदर्शी होनी चाहिए | For details improvement please demand #JuryTrail and #NarcoTestinPublic for detal pl see www.righttorecall.info , www.facebook.com/RightToRecallC AND www.rtrg.in
................
सरकार को जब पहले से अंदेशा था कि हिंसा भड़क सकती है तो दर्जनों लोगों को मौत के मुँह मे क्यों जाने दिया ?
.............
जान की कोई कीमत नहीं -- न तो दोनों राज्यों की भाजपा और कांग्रेस कि सरकारों के लिए, और न ही रामरहीम के चेलों के लिए !! ऐसे सम्प्रदायों प्र पाबन्दी लगनी चाहिए |
.........

.......................
वस्तुतः, डेरा की संपत्ति इसाई एवं विदेशी संगठनों को देने का प्लान बीजेपी के सत्ता में आने के समय में ही बनाया जा चूका था.....कार्यगत अभी किया गया. वस्तुतः, जो कोई भी, विदेशी सभ्यता से विद्रोह करेगा या उनके द्वारा चलाए जा रहे ह्यूमैनिटी के कार्यों को अपने अपने धर्मो के अंतर्गत करेगा, उन सबको नष्ट कर दिया जायगा....
.
अब डेरा विद्रोह के नाम पर हिंदुत्व के नाम पर बदनाम करके कई लक्ष्य साध लिए गए.....एक तो दवा माफिया का कारोबार के सामने कोई रुकावट नहीं, लोग अनाथ होंगे तो ह्यूमन trafiking बढेगा......सेक्स स्लेव बनेंगे.....मानव-मांस बिकेगा...जैसा की भागवद पुराण में बताया गया है....और इस सबके मूल में खाए-अघाए हिन्दू ही जिम्मेदार हैं.
.अब डेरा विद्रोह के नाम पर हिंदुत्व के नाम पर बदनाम करके कई लक्ष्य साध लिए गए.....एक तो दवा माफिया का कारोबार के सामने कोई रुकावट नहीं, लोग अनाथ होंगे तो ह्यूमन trafiking बढेगा......सेक्स स्लेव बनेंगे.....मानव-मांस बिकेगा...जैसा की भागवद पुराण में बताया गया है....और इस सबके मूल में खाए-अघाए हिन्दू ही जिम्मेदार हैं..अब डेरा विद्रोह के नाम पर हिंदुत्व के नाम पर बदनाम करके कई लक्ष्य साध लिए गए.....एक तो दवा माफिया का कारोबार के सामने कोई रुकावट नहीं, लोग अनाथ होंगे तो ह्यूमन trafiking बढेगा......सेक्स स्लेव बनेंगे.....मानव-मांस बिकेगा...जैसा की भागवद पुराण में बताया गया है....और इस सबके मूल में खाए-अघाए हिन्दू ही जिम्मेदार हैं.
-------------------------
.
किसी राष्टवादी दल या राष्टवादी संघठन का सहारा नहीं मिला बेक़सूरों को भृष्ट जज ने बेघर कर दिया।
.
गुरु श्री राम रहीम गुरमीत जी को जेल में डालने के बाद अब भृष्ट जजों ने डेरों को लूटने के आदेश दे दिए यदि हमें ये बताया जाता है कि जज भगवान हैं इनके किसी फैसले पर पर शक नहीं करना चाहिए। जजों को भगवान तुल्य मानने वालों से मेरे कुछ प्रश्न >
.
कल गुरु श्री राम रहीम गुरमीत जी के डेरों में सहारा पाए लोगों को सेना द्वारा निकाल दिया। क्या भगवान ऐसा करेंगे ?
.
डेरों में छोटे-2 बच्चे भी थे जिनके लिए गुरु श्री राम रहीम गुरमीत जी ने स्कूल, खेल गांव, अस्पताल और सिनेमा हॉल आदि का समुचित प्रबन्ध किये हुए थे कल मिशनरियों से घूस खाकर इन जजों ने इन छोटे छोटे बच्चों को निकाल दिया। क्या भगवान ऐसा करेंगे ?
.
छोटे छोटे बच्चों का भविष्य सड़क पर छोड़ दिया अब ना इनके पास स्कूल है ना भोजन है ना घर है। क्या भगवान ऐसा करेंगे ?
.
इन जजों के डर इन्हें बचाने के लिए ना बीजेपी सामने आयी ना आरएसएस सामने आया नगर के नगर इन जजों ने उजाड़/लूट लिए। क्या भगवान ऐसा करेंगे ?
.
डेरा की संपत्ति दानकर्ताओं की है जिससे सामाजिक कार्य सम्पन होते थे ये नेताओं /जजों द्वारा भर्ष्टाचार से अर्जित की हुई संपत्ति नहीं है। फिर किस अधिकार से इन भृष्ट जजों ने इन डेरों को लूटा ?
.
अंत में मैं उस जज सहित जिसने गुरु श्री राम रहीम गुरमीत जी को दोषी ठहराया उन सभी को चैलेंज देता हूँ जो जजों को भगवान मानते हैं कि जिस बात के दम पर गुरु श्री राम रहीम गुरमीत जी को दोषी ठहराया वो बात मैं किसी के साथ भी प्लान कर सकता हूँ जज के साथ भी। तब क्या ये जज खुद को ये सजा देगा ?

-------------------
क्या आप मानते है कि भारत की पुलिस भ्रष्ट है ?
.
भारत की सभी पार्टियों के कितने नेता भ्रष्ट है ? 
.
क्या खनन विभाग एवं बिजली विभाग में भ्रष्टाचार है ?
.
क्या मीडिया कर्मी भ्रष्ट है ?
.
क्या परिवहन विभाग के अधिकारी आर टी ओ वगेरह भ्रष्ट है ?
.
------
.
फिर ऐसी कौनसी चीज है जो आपको यह यकीन दिला देती है कि भारत के माननीय न्यायधीश भ्रष्ट नहीं है ? क्या इस बारे में कभी आपने सोचा है ? ऐसा क्या है जो आपको जजों के ईमानदार होने पर यकीन दिला देता है ?
क्या जजों को नियुक्त करने की प्रक्रिया है ? या फिर भारत में जजों को डीएनए टेस्ट के बाद नियुक्ति दी जाती है ? यदि कोई जज भ्रस्टाचार करे तो उसे कौन रोक सकता है ? हमारे देश में सुप्रीम जज सर्वोच्च सत्ता है। इनके कारनामो की कहीं पर अपील नहीं।
.
दरअसल ऐसी कोई मामूली सी भी वजह नहीं है, जिससे इस बात को स्थापित किया जा सके कि जज इमानदार होते है। असल में भारत में सबसे ज्यादा भ्रष्ट एवं मक्कार वर्ग न्यायाधीश ही है। भारत के जज सर्वाधिक भ्रष्ट है। और यह भ्रस्टाचार सबसे अधिक जानलेवा है। क्योंकि हमारे जज बहुराष्ट्रीय कम्पनियों, विदेशी धनिकों एवं मिशनरीज से पैसा खाते है। इस तरह उनका भ्रस्टाचार देश पर सबसे गहरी चोट पहुंचाता है। लेकिन विभिन्न पाठयपुस्तको द्वारा, पेड मीडिया द्वारा, नेताओं के बयानों द्वारा एवं पेड बुद्धिजीवियों द्वारा बचपन से ही हमारे दिमाग में यह बात जमा दी गयी है कि जज माननीय एवं फ़रिश्ते होते है !!! और इस धारणा को पक्का करने के लिए ही जजों ने अवमानना का क़ानून बनाया है !!!
.
अपनी धारणा से बाहर आइये एवं अपने कॉमन सेन्स का इस्तेमाल कीजिये। और तब आप जान जायेंगे कि भारत की सबसे बड़ी समस्या जजों का भ्रस्टाचार है।
.
-----
.
समाधान -- सुप्रीम कोर्ट / हाईकोर्ट / निचली कोर्ट के जजों को चुनने एवं उन्हें नौकरी से निकालने का अधिकार नागरिको को दिया जाना चाहिए। राईट टू रिकॉल जज का क़ानून लाकर हम जजों की ईमानदारी को सुनिश्चित कर सकते है।


जय हिन्द.

Comments

Popular posts from this blog

चक्रवर्ती योग :--

जोधाबाई के काल्पनिक होने का पारसी प्रमाण:

क्या द्रौपदी ने सच में दुर्योधन का अपमान किया था? क्या उसने उसे अन्धपुत्र इत्यादि कहा था? क्या है सच ?

पृथ्वीराज चौहान के बारे में जो पता है, वो सब कुछ सच का उल्टा है .

ब्राह्मण का पतन और उत्थान

वैदिक परम्परा में मांसभक्षण का वर्णन विदेशियों-विधर्मियों द्वारा जोड़ा गया है. इसका प्रमाण क्या है?

द्वापर युग में महिलाएं सेनापति तक का दायित्त्व सभाल सकती थीं. जिसकी कल्पना करना आज करोड़ों प्रश्न उत्पन्न करता है. .

ऋग्वेद के पुरुष सूक्त में पुरुष का अर्थ

चिड़िया क्यूँ मरने दी जा रहीं हैं?

महारानी पद्मावती की ऐतिहासिकता के प्रमाण