देश के टुकड़े होने के समर्थकों को मार डालना चाहिए !!
क्या खालिस्तान की डिमांड करने वाले लोगों, युवाओं,पार्टी के लोगों का कूच कूच कर कत्ल नही किया जाना चाहिए? बिलकुल !! ये मेरा उत्तर है !! ऐसा ही, अन्य हिस्से मांगने वालों के प्रति होना चाहिए !!
आम आदमी पार्टी अलगाववादी है, लेकिन पढ़े लिखे कि नजर में वो देशभक्त पार्टी है, अगर कोई राष्ट्रीय एक जुटता की बात करे तो देशद्रोही !!
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इसका सीधा सा मतलब है कि उनका देश कोई अन्य देश है, जो विश्व-माफिया से समर्थित है , ना कि यहाँ, जहाँ से ये उपजे हैं !! इन लोगों को तो कीलों में चुभा कर मार डाला जाना चाहिए .
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अब आगे पढ़िए कि wahan akhir क्या चल रहा है.
आम आदमी पार्टी अलगाववादी है, लेकिन पढ़े लिखे कि नजर में वो देशभक्त पार्टी है, अगर कोई राष्ट्रीय एक जुटता की बात करे तो देशद्रोही !!
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इसका सीधा सा मतलब है कि उनका देश कोई अन्य देश है, जो विश्व-माफिया से समर्थित है , ना कि यहाँ, जहाँ से ये उपजे हैं !! इन लोगों को तो कीलों में चुभा कर मार डाला जाना चाहिए .
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अब आगे पढ़िए कि wahan akhir क्या चल रहा है.
मैंने पंजाब में अपनी आंखों से जो देखा, वह मुझे अंदर तक डरा गया! सिख भाई आगामी चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग सोच-समझ कर करें!
अभी कुछ समय पूर्व मैं पंजाब गया था। अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास की दुकानों पर भिंडरावाले की तस्वीर वाली टी-शर्ट धड़ल्ले से बिकता देख बहुत आश्चर्य हुआ! जिसने पंजाब को आतंकवाद की आग में झोंका, उस भिंडरावाले की तस्वीर वाली टी शर्ट वहां के सिख युवाओं को पहने देखकर बड़ा डर लगा!
पत्रकरिता का दिमाग था, बिना पूछताछ किए कैसे रह सकता था? मंदिर के पास के दुकानदारों से, जिस होटल में खाने गया वहां एवं और भी लोगों से यू़ं ही बातचीत करना शुरू किया। जो बात निकल कर आई वह यह कि जब से अरविंद केजरीवाल और उसकी आम आदमी पार्टी यहां आयी है, खालिस्तान मूवमेंट की सुगबुगासट शुरू हो गयी है!
.................
युवाओं को अलग खालिस्तान का सपना बेचा जा रहा है, विदेशों से पैसे आ रहे हैं, युवाओं को गलत राह पर चलाने की कोशिश हो रही है! यह सब सुनकर घबराहट होने लगी। तभी भिंडरावाले का टी शर्ट पहने दो युवक पास से तेज मोटरसाइकिल चलाते गुजरे, मैं एकदम से सिहर उठा!
मैं जल्दी से पंजाब से दिल्ली लौटने की सोचने लगा। पारिवारिक आदमी हूं, डर तो जाता ही हूं! अपनी पुस्तक 'आशुतोष महाराज:महयोगी का महारहस्य' में मैंने पंजाब में आतंकवाद के पूरे इतिहास का विस्तार से अध्ययन प्रस्तुत किया है। इसके पैदा होने से लेकर इसके खात्मे तक! सोच कर डर लगता है कि क्या वाकई केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए वही भयावह दौर दोबारा से लौटाना चाहती है?
पंजाब चुनाव की घोषणा हो चुकी है। पंजाब की जनता को बेहद सावधान रहने, अपने युवा बच्चों पर नजर रखने और अपने व अपने परिवार के मताधिकार का बहुत सोच-समझ कर प्रयोग करने की जरूरत है! ऐसा न हो कि नये प्रयोग के लालच में पंजाब आतंकवाद के उसी भयावह दौर में पहुंच जाए! #संदीपदेव #SandeepDeo
अभी कुछ समय पूर्व मैं पंजाब गया था। अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास की दुकानों पर भिंडरावाले की तस्वीर वाली टी-शर्ट धड़ल्ले से बिकता देख बहुत आश्चर्य हुआ! जिसने पंजाब को आतंकवाद की आग में झोंका, उस भिंडरावाले की तस्वीर वाली टी शर्ट वहां के सिख युवाओं को पहने देखकर बड़ा डर लगा!
पत्रकरिता का दिमाग था, बिना पूछताछ किए कैसे रह सकता था? मंदिर के पास के दुकानदारों से, जिस होटल में खाने गया वहां एवं और भी लोगों से यू़ं ही बातचीत करना शुरू किया। जो बात निकल कर आई वह यह कि जब से अरविंद केजरीवाल और उसकी आम आदमी पार्टी यहां आयी है, खालिस्तान मूवमेंट की सुगबुगासट शुरू हो गयी है!
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युवाओं को अलग खालिस्तान का सपना बेचा जा रहा है, विदेशों से पैसे आ रहे हैं, युवाओं को गलत राह पर चलाने की कोशिश हो रही है! यह सब सुनकर घबराहट होने लगी। तभी भिंडरावाले का टी शर्ट पहने दो युवक पास से तेज मोटरसाइकिल चलाते गुजरे, मैं एकदम से सिहर उठा!
मैं जल्दी से पंजाब से दिल्ली लौटने की सोचने लगा। पारिवारिक आदमी हूं, डर तो जाता ही हूं! अपनी पुस्तक 'आशुतोष महाराज:महयोगी का महारहस्य' में मैंने पंजाब में आतंकवाद के पूरे इतिहास का विस्तार से अध्ययन प्रस्तुत किया है। इसके पैदा होने से लेकर इसके खात्मे तक! सोच कर डर लगता है कि क्या वाकई केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए वही भयावह दौर दोबारा से लौटाना चाहती है?
पंजाब चुनाव की घोषणा हो चुकी है। पंजाब की जनता को बेहद सावधान रहने, अपने युवा बच्चों पर नजर रखने और अपने व अपने परिवार के मताधिकार का बहुत सोच-समझ कर प्रयोग करने की जरूरत है! ऐसा न हो कि नये प्रयोग के लालच में पंजाब आतंकवाद के उसी भयावह दौर में पहुंच जाए! #संदीपदेव #SandeepDeo
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कानूनों से फर्क पङता है. किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसी है जानना हो तो पता लगाओ की उस देश की न्याय प्रणाली कैसी है. देश में आर्थिक सामाजिक विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक कि आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी न हो.
राजनैतिक, आर्थिक, सामरिक-क्षमता में, अगर कोई देश अन्य देशों पर निर्भर रहता है तो उस देश का धर्म, न्याय, संस्कृति, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, अनुसंधान व जनता तथा प्राकृतिक संसाधन कुछ भी सुरक्षित नहीं रह जाता.
वही राष्ट्र सेक्युलर होता है, जो अन्य देशों पर हर हाल में निर्भर हो.