आशारामजी बापू के खिलाफ षड्यंत्र

★दिल्ली में रिपोर्ट लिखवाने का कारण वहाँ का कठोर "पौक्सो क़ानून" तो नहीं??
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★मीडिया ने वही किया जिसके लिए वो कुख्यात है ..लेकिन आसाराम बापू की इतनी मानहानि तो हमारे ही लोगों ने करी है ...जबकि दुसरे शंकराचार्य के मामले में भी हम देख चुके हैं ...अगर वो हत्या नहीं कर सकते तो शायद आसाराम बापू भी वो नहीं कर सकता जिसका लांछन लगा है ...पर सत्य अब शीघ्र ही आना चाइये ...
वैसे भी हमारा सिस्टम कोर्ट ऑफ़ जस्टिस नहीं है ...कोर्ट ऑफ़ लॉ है :/
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★कुछ दिनों पहले दैनिक भास्कर में समाचार छपा था कि AIIMS में चेक-अप के समय आसाराम बापू ने किसी नर्स को देखकर कोई भद्दा कमेन्ट किया था... फेसबुक पर बहुत से मित्रों ने उस खबर को लेकर आसाराम बापू की खूब खिल्ली भी उड़ाई थी... बाकायदा वह भद्दा कमेन्ट लिखकर पोस्ट भी किया था.
अब AIIMS की तरफ से लिखित में बयान आ गया है, कि दैनिक भास्कर में छपी वह खबर गलत है... आसाराम बापू ने किसी नर्स से ऐसा कुछ नहीं कहा था, ना ही नर्सिंग स्टाफ ने उनके खिलाफ कोई मौखिक या लिखित शिकायत की...
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अखबार समाजहित के लिए निकाले जाते थे, लेकिन आजकल ये शुद्ध व्यापार है
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★ सही सूचना हम तक पहुँचने में समय लगता है, लेकिन मीडिया तो तब तक अपना "सबसे तेज खेल" दिखाकर निकल चुका होता है...| आसाराम बापू समर्थकों द्वारा छिछोरे दैनिक भास्कर को तो मानहानि के मामले में कोर्ट में रगड़ा ही जाएगा, लेकिन आप खुद भी विद्वान हैं, तो सोचिये, कि हिन्दू संतों के खिलाफ छपने वाली किस खबर को सच मानना है... खबर पर कैसे प्रतिक्रिया देना है... या किस खबर को उपेक्षित करना है...
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★ दो कमेंट्स आए हैं, जिन पर गौर किया जाना आवश्यक है... तर्क में दम तो है... कोर्ट नहीं मान रही, ये बात अलग है.
★ १) पहली बात :- अगर व्यक्ति किसी एक शहर से दूसरे शहर गया हो तो पुलिस उस व्यक्ति का पर्स खो जाने पर भी रिपोर्ट नहीं लिखती... ऐसी स्थिति में उत्तरप्रदेश की रहने वाली लड़की... पढ़ती थी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में... उसके साथ कथित छेड़छाड़ राजस्थान के जोधपुर में हुई... और उसने रिपोर्ट दिल्ली में लिखाई... वह भी घटना यानी कथित घटना के 5 दिनों के बाद... तो कैसे संभव है कि यह षड्यंत्र नहीं है?? और क्या पुलिस उधार बैठी थी, उस लड़की का रास्ता देख रही थी कि वो रात को 2:45 पर आए... रिपोर्ट लिखाये... और तुरंत ही राजस्थान पुलिस को कार्यवाही के लिए वह प्रेषित कर दी जाए. इसके बाद राजस्थान पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस के कानूनी सहयोग से बापू को गिरफ्तार किया, और आज तक उनकी जमानत नहीं हुई... अलबत्ता होटल के cctv में कैद तहलका के बलात्कारी की जमानत हो गई.
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★"मीडिया वाले मेरा जितना कुप्रचार चाहे करें लेकिन इस भूल में न रहें की 25-50 करोड़ के पैकेज दूंगा। मैं 25 पैसे भी नहीं दे सकता क्योंकि आश्रम का जो पैसा है वो सेवा और धर्म प्रचार में ही लगेगा।" - ये वक्तव्य छेड़खानी के आरोप के कुछ पहले का है..
अब सोचने वाली बात तो है ही कि ऐसा हुआ तो कैसे हुआ
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★बापूजी ने रामदेव जी की तरह मीडिया को प्रचार के पैकेज नहीं दिए। बात कड़वी लग सकती है लेकिन रामदेवजी के कुप्रचार और फिर मीडिया में एड और फिर मीडिया के ह्रदय परिवर्तन की टाइमिंग बहुत कुछ कहती है।
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★वीराने गुलिस्ता में एक ही उल्लू काफी है
जहा हर डाल पे उल्लू बैठे हो
अंजामे गुलिस्ता क्या होगा
★भारत को कथाकथिक बुद्धिमान हिन्दुओ ने अपनी व्यक्तिगत कुंठाओ को छुपाने के लिए सत्य सनातन और हिन्दू संतो का अपमान को अपनी ढाल बनाया है
फिल्मों में नारद जोकर है
मीडिया और राजनीती में राम काल्पनिक है
जबकि जिनका कोई अस्तित्व नहीं ना इतिहास वो गॉड और अल्लाह सार्थक हो गए
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★२) दूसरा तर्क :- जो व्यक्ति मेरे खिलाफ गवाही दे चुका है, उसे मरवाने से मेरा फ़ायदा है या नुकसान? अगर ज़िंदा रहता तो अपील में बताता कि किसके कहने पर झूठी गवाही दी... इससे अच्छा कि उस गवाह को मार दो ताकि गवाही पलट ही न सके... सारे गवाह अपनी गवाही पूरी करके ही मारे गए, ऐसा क्यों? बापूजी ने किसी को गवाही के पहले क्यों नहीं मरवाया? रत्ती भर भी अक्ल हो तो साफ़ पता चल रहा है कि गवाहों की हत्या कौन सा पक्ष करवा रहा है, क्योंकि सारे गवाह गवाही पूरी देकर ही मारे गए हैं...
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★न्यायालय और मीडिया के घमासान के बीच ये बातें विचारणीय तो हैं ही... मेरा कहना केवल इतना है कि मीडिया रिपोर्ट्स के सहारे किसी निष्कर्ष पर कूदना गलत है...
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★हिंदुत्व को बदनाम करने का षड्यंत्र जारी है ।
बिग बॉस में स्वामी ओम जी का जिस तरह सलमान खान द्वारा मजाक बनाया जा रहा है क्या ऐसा मजाक वो किसी मौलवी और पादरी का बना सकता है ?? स्वामी की भी गलती है जो इस शो में गए ।सलमान के मजाक का कितने हिन्दू जवाब दे रहें है ??कोई नहीं
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★महान तो रंगीले चच्चा थे, मोहम्मद यूनुस था, धीरेन्द्र ब्रह्मचारी था, सत्य के ★प्रयोग वाला महात्मा था,
★तरुण तेजपाल है, एन डी तिवारी है, मदेरणा है, जज बनाने वाला अभिसेक्स 
★सिंघवी है, दिग्गी चच्चा है, सुकन्या का चमत्कारी है,
★बारबाला है,
★महान तो कानगियों की चरित्रवान परंपरा है
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★AIMS is a hospital or hotel? Nurses are not waitresses. They do not serve bread and butter to accused persons. Bapuji was taken there from Tihar jail for medical checkup not for breakfast. After Sanatan Sanstha's PIL he's allowed to have ashram cooked food in jail and that's the only thing he eats. No breakfast was given to him in AIMS and hence the question of making any remark does not arises. Use your brain in the right direction.
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★मन्दिरों ,या भौतिक वस्तुओं पर हमले नही हो रहे हैं बल्कि सुनियोजित तरीके से षणयंत्रपूर्वक आस्था,विचार ,परम्पराओं,पूर्वजों और पूजपद्धतियों पर हमले हो रहे हैं।just like hackers and viruses they are corrupting operating system of Santana.

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