ढोकलाम-मीडिया विवाद, क्या है सच !!
ढोकलाम का जो मुद्दा है, वो मानचित्र से स्पष्ट है की अगर ये हिस्सा भारत से कट गया तो उत्तर-पूर्व के सातों भारतीय राज्य भारत से कट जायेगे......
जबकि मीडिया हमको बता रहा है की मोदी ने चीन को घुटने टेकने पे विवश किया है !!
लेकिन हमने यदि सच बतलाया तो सरकारी समाचार की अवमानना का आरोप लगवा कर फेसबुक प्रोफाइल बंद करवा देंगे अंधे मूर्ख हिन्दू और आरएसएस वाले......
कितनी बड़ी झूठ और शर्मनाक बात है, की पढ़े लिखे युवा मानचित्र पर भरोसा न कर के मीडिया की बातों पर यकीन कर रहे हैं....खैर.....कोई बात नहीं ....
आज देशभक्ति का नाम, मोदी-भक्ति हो गया है !!
"दोका ला" ("ढोका ला") का अर्थ है "ढके हुए हिन्दू मन्दिर तक जाने का पर्वतीय रास्ता या दर्रा" | तिब्बती भाषा में "ला" शुद्ध संस्कृत शब्द है -- लीला में "ला" का यही अर्थ है -- प्रकट होना, पास लाना/जाना | बौद्धमत की उत्पत्ति से पहले की भाषा है |
दोकलाम (दोका ला) का 3D फोटो देखते ही स्पष्ट हो जाता है कि इसमें चीन की रूचि क्यों है !एक भी गाँव या शहर नहीं है, फिर भी चीन सड़क बनाने के लिए युद्ध तक की धमकी पर उतर आया ! इस सड़क से चीन का कौन सा स्वार्थ सिद्ध होगा ?
जब वहां कोई रहता ही नहीं है तो सड़क पर चलेंगे कौन ? फोटो का केन्द्रीय भाग है दोका-दर्रा का पठार जो तिब्बत से भारत का सुगम रास्ता तो है ही , उस पठार पर बहुत बड़ी सैन्य छावनी बनायी जा सकती है, जिसके चारों ओर दूर-दूर तक ऐसा पठार नहीं है, केवल ऊँचे पर्वत और गहरी खाइयां हैं | मीडिया में नक्शा भी गलत स्थान का दिखाया जाता है |
फोटो के केन्द्र में दोका-ला दर्रे के पठार से पश्चिम (बांयी ओर) सिक्किम है, उत्तर में तिब्बत है |
यह पठार भूटान का हिस्सा है जो चीन हथियाना चाहता है ताकि भारत के सातों पूर्वी राज्यों को भारत से अलग करा सके |
जबकि मीडिया हमको बता रहा है की मोदी ने चीन को घुटने टेकने पे विवश किया है !!
लेकिन हमने यदि सच बतलाया तो सरकारी समाचार की अवमानना का आरोप लगवा कर फेसबुक प्रोफाइल बंद करवा देंगे अंधे मूर्ख हिन्दू और आरएसएस वाले......
कितनी बड़ी झूठ और शर्मनाक बात है, की पढ़े लिखे युवा मानचित्र पर भरोसा न कर के मीडिया की बातों पर यकीन कर रहे हैं....खैर.....कोई बात नहीं ....
आज देशभक्ति का नाम, मोदी-भक्ति हो गया है !!
"दोका ला" ("ढोका ला") का अर्थ है "ढके हुए हिन्दू मन्दिर तक जाने का पर्वतीय रास्ता या दर्रा" | तिब्बती भाषा में "ला" शुद्ध संस्कृत शब्द है -- लीला में "ला" का यही अर्थ है -- प्रकट होना, पास लाना/जाना | बौद्धमत की उत्पत्ति से पहले की भाषा है |
दोकलाम (दोका ला) का 3D फोटो देखते ही स्पष्ट हो जाता है कि इसमें चीन की रूचि क्यों है !एक भी गाँव या शहर नहीं है, फिर भी चीन सड़क बनाने के लिए युद्ध तक की धमकी पर उतर आया ! इस सड़क से चीन का कौन सा स्वार्थ सिद्ध होगा ?
जब वहां कोई रहता ही नहीं है तो सड़क पर चलेंगे कौन ? फोटो का केन्द्रीय भाग है दोका-दर्रा का पठार जो तिब्बत से भारत का सुगम रास्ता तो है ही , उस पठार पर बहुत बड़ी सैन्य छावनी बनायी जा सकती है, जिसके चारों ओर दूर-दूर तक ऐसा पठार नहीं है, केवल ऊँचे पर्वत और गहरी खाइयां हैं | मीडिया में नक्शा भी गलत स्थान का दिखाया जाता है |
फोटो के केन्द्र में दोका-ला दर्रे के पठार से पश्चिम (बांयी ओर) सिक्किम है, उत्तर में तिब्बत है |
यह पठार भूटान का हिस्सा है जो चीन हथियाना चाहता है ताकि भारत के सातों पूर्वी राज्यों को भारत से अलग करा सके |
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कानूनों से फर्क पङता है. किसी देश की अर्थव्यवस्था कैसी है जानना हो तो पता लगाओ की उस देश की न्याय प्रणाली कैसी है. देश में आर्थिक सामाजिक विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक कि आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी न हो.
राजनैतिक, आर्थिक, सामरिक-क्षमता में, अगर कोई देश अन्य देशों पर निर्भर रहता है तो उस देश का धर्म, न्याय, संस्कृति, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, अनुसंधान व जनता तथा प्राकृतिक संसाधन कुछ भी सुरक्षित नहीं रह जाता.
वही राष्ट्र सेक्युलर होता है, जो अन्य देशों पर हर हाल में निर्भर हो.