भारत की पहचान यौन कुंठित लोगों से भरे राष्ट्र के रूप में बनने से आप कैसे रोक सकते हैं?

"Do You Wanna Get Raped Here In This Mentally Sick Country ?"
◆ शायद ही विश्व में कोई समझदार राष्ट्र ऐसा हो.. जो लड़की के रात को घूमने अथवा पी लेने को लेकर उनके साथ हुए यौन अपराधो को जस्टिफाई करने की कोशिश करता हो !!!
कई देशो के कई मित्रो से बात करने के बाद मुझे कहते हुए अफ़सोस है कि.. विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता होने का दम भरने वाले जहाँ अब अधिक से अधिक इस्लामिक हिन्दू हैं, वास्तविक हिन्दू काफी गिने चुने हैं, जो कोशिश कर सकते हिन्, लेकिन विरोधियों की संख्या इतनी अधिक है कि ये गिने चुने लोग कुछ कर नहीं सकते. खैर...जनता अपनी रक्षा अपने पास हथियार पिस्तौल रखकर कर सकती है, लेकिन इसके लिए भी यहाँ कड़े प्रावधान है, इसके लिए यहाँ हथियारबंद समाज की रक्षा होनी चाहिए, एवं न्यायिक प्रणाली त्वरित होनी चाहिए, महिलाओं को संगठित हो कर, अपने प्रति भद्दे कमेंट देने वाले अधिकारियों एवं नेताओं को उनके कार्यभार से मुक्त करने का अधिकार भी होना चाहिए. खैर.. .
भारत ने अपनी पहचान... एक मानसिक रोगीयो और यौन कुंठित लोगो से भरे राष्ट्र के रूप में ही बनाई है।
◆ इस्लामिक डोमिनेंट विचार के लोग हमें अमेरिका जैसे देशों में बढ़ते रेप केसेस का उदाहरन देते हैं, लेकिन वे यह नहीं बता सकते कि वहां अदालतों के फैसले चार दिन से एक साल के बीच में आ जाता है, भारत में तो जीवन बीत जाता है, लेकिन यहाँ न्याय नहीं मिलता.
उन देशों में आंकड़ों के अधिक होने का एक कारण और भी है कि वहां घटनाओं की रिपोर्टिंग ज्यादा होती है, विक्टिम को समाज का डर नहीं लगता बल्कि वहां अपराधियों को डर लगता है, लें हमारे देश में स्थिति बिलकुल उलटी है, यहाँ पीड़ित ही समाज एवं पुलिस से डरता है, तथा अपराधी निडर होकर जीते हैं.
क्यूंकि यहाँ अपराधियों को दंड देने का रिवाज खत्म हो गया है, अब ये देश वो हिन्दुस्तान नहीं रहा, जो न्याय की बात किया करता था. ◆ इसका कारण ये है कि उन देशों में न्यायिक प्रणाली ज्यूरी द्वारा संपादित होती है, एवं झूठ को पकड़ने एवं सच उगलवाने के लिए एक इंजेक्शन दिया जाता है, जिसे नार्को टेस्ट बोला जाता है. उन देशों में भद्दे कमेंट देने वाले नेताओं सनासदों जजों को जनता तुरंत उनके कार्यभार से मुक्त कर देती है, जो आप यहाँ नहीं कर सकते. इसे राईट-टू-रिकाल कहते हैं, लेकिन अफ़सोस ये है कि आप पीड़ित रहते हुए भी रिकॉल के क़ानून को देश के स्थायित्व को चुनौती देने वाला मानते हैं, शयद आपको अपने पीड़ित होना अच्छा लगता है और इसी स्थिति में रहना अच्छा लगता है. जरा सोचें , जिन देशों में ये क़ानून है, क्या वे देश स्थायी नहीं हैं? खैर....
आत्म-सुरक्षा के लिए हथियार रहना जरुरी है, इसके लिए यहाँ क़ानून काफी सख्त है, इसीलिए सबको हथियारबंद के लिए क़ानून का मांग करना चाहिए- www.facebook.com/pawan.jury/posts/809737552477816.
◆ अगर मानवाधिकार के साथ जीना चाहते हैं तो उन कानूनों का ड्राफ्ट यहाँ समाधान वाले हिस्से में पढ़ें, और अपने सांसदों से मांग करें. शेष आपकी इच्छा. .
◆ अगर आप त्वरित न्याय चाहते हैं तो आपको भी इन कानूनों को यहाँ लागू करने के लिए अपने सांसदों विधायकों एवं सभी संभव नेताओं को अपना एस एम् एस , ईमेल, ट्विटर , या अन्य उपलब्ध संचार माध्यमो से उनपे प्रेशर बनाएं, क्यूंकि कोई भी क़ानून राजपत्र में ड्राफ्ट को प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से लाया जा सकता है, इसके लिए संसद में चर्चा करने में समय बर्बाद करने कि कोई आवश्यकता नहीं है, जनता का प्रेशर बना कर तुरंत किया जा सकता है.
◆ 3-4 वर्ष पूर्व निर्भया काण्ड के शोर के बीच फरवरी में एक जानकार बंगलोर में आयोजित मशीन इंडस्ट्री से सम्बंधित एक एग्जिबिशन अटेंड करने गया था।
कुछ समय से एक जर्मन लड़की से लगातार स्काइप पे बिज़नेस से जुडी बात हो रही थी उसकी ...
चूँकि उनका स्टाल भी उस एग्जिबिशन में था.. मुलाकात के बाद रात को डिनर का प्रोग्राम बन गया।
शाम को जब मैं तैयार होके लड़की को पिक करने उसके होटल में पहुचा तो बहुत मायूस थी,
पता चला कि.. बॉस ने अकेले बाहर डिनर को मना कर दिया
◆ मेरे दोबारा कहने पे वो अपने बॉस से फिर एक बार बात करने गई। लॉबी में बैठे हुए लड़की को बॉस से आर्गुमेंट करते हुए देखता हुआ मैं.. अंत में लड़की के बॉस के मुह से सिर्फ इतना सुन पाया.. जो एक भारतीय नागरिक होने के नाते मेरा खून खौलाने के लिए काफी था
"Do You Wana Get Raped Here In This Mentally Sick Country ?"
.बॉस से खुद बात करके उसे कन्विंस करके, लड़की के साथ डिनर करने और यौन अपराधो पर चर्चा के बाद मुझे जो समझ में आया वो यही था कि..
"दरिंदे ना 5 साल की बच्ची को छोड़ते है और ना एक 70 साल की बुढ़िया को.. हैवान के लिए एक मिनी स्कर्ट पहने हुए लड़की और बुर्कानशीं स्त्री... दोनो शिकार की श्रेणी में ही आते हैं।
यौन अपराध विश्व के हर हिस्से में होते है... लेकिन एक पढ़े लिखे समाज का पीड़ित के प्रति क्या रवैया है... ये ज्यादा मायने रखता है"
◆ शायद ही विश्व में कोई समझदार राष्ट्र ऐसा हो.. जो लड़की के रात को घूमने अथवा पी लेने को लेकर उनके साथ हुए यौन अपराधो को जस्टिफाई करने की कोशिश करता हो !!!
कई देशो के कई मित्रो से बात करने के बाद मुझे कहते हुए अफ़सोस है कि.. विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता होने का दम भरने वाले भारत ने अपनी पहचान... एक मानसिक रोगीयो और यौन कुंठित लोगो से भरे राष्ट्र के रूप में ही बनाई है।
◆ यौन अपराध से बड़ी समस्या भारत के वे ज्ञानचंद हैं.. जो अपराध होने पर... अपराधो के निदान के तरीको पर बात ना करके...लड़की की लाइफस्टाइल अथवा पहनावे को लेकर बिना माँगा ज्ञान उढ़ेल कर... आधी आबादी के जख्मो पर नमक छिड़कने का कार्य करते हैं
समझ में नही आता, ये लोग या तो अंदर से बहुत डरे हुए है या फिर...
इनके अंदर एक संभावित बलात्कारी छुपा हुआ है.. जिसे बस आज तक मौक़ा नही मिला है।
★★★
समाधान:- .
इन कानूनों के ड्राफ्ट हैं:-
१) ★राईट टू रिकाल जिला पुलिस प्रमुख के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
https://web.facebook.com/pawan.jury/posts/867725646679006.
२) ★राईट टू रिकॉल सांसद के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
https://web.facebook.com/pawan.jury/posts/860633484054889.
३) ★राईट टू रिकॉल मंत्री के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
https://web.facebook.com/pawan.jury/posts/853974814720756.
४) ★राइट-टू-रिकॉल विधायक के लिए प्रस्तावित क़ानून ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/813343768783861.
5) ★पब्लिक में नार्कोटेस्ट - बलात्कार , हत्या , भ्रष्टाचार , गौ हत्या आदि के लिए नारको टेस्ट का कानूनी ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/812341812217390.
६) ★राईट टू रिकॉल मुख्यमंत्री के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
https://www.facebook.com/pawan.jury/posts/811071415677763.
७) ★पारदर्शी शिकायत प्रणाली के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/809753852476186.
8) ★ज्यूरी सिस्टम के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/809746209143617.
9). ★भारत में स्वदेशी हथियारों के उत्पादन के लिए प्रस्तावित क़ानून ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/809740312477540.
10). ★हथियारबंद नागरिक समाज की रचना के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
www.facebook.com/pawan.jury/posts/809737552477816.
◆ ★★★आप अपने नेताओं को अपना यह आदेश इस तरह भेजें, जैसे की-
"माननीय सांसद/विधायक/राष्ट्रपति/प्रधामंत्री महोदय, मैं अपने सांविधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए आपको भारत में राईट टू रिकाल जिला पुलिस प्रमुख के लिए प्रस्तावित कानूनी ड्राफ्ट :
https://web.facebook.com/pawan.jury/posts/867725646679006 को राष्ट्रीय गजेट में प्रकाशित कर तत्काल प्रभाव से क़ानून का रूप दिए जाने का आदेश देता /देती हूँ. वोटर-संख्या- xyz धन्यवाद "
◆ अपने सांसदों का फ़ोन नंबर/ईमेल एड्रेस/आवास पता यहाँ लिंक में देखे: www.nocorruption.in
◆ जब अपराध जनता के प्रति हुआ हो ना, तो सजा देने का अधिकार भी हम जनता को ही रहना चाहिए, न कि जजों इत्यादि को, क्योंकि जज व्यवस्था में, जो वकीलों एवं अपराधियों के साथ सांठ गाँठ कर न्यायिक प्रक्रिया पूरी की पूरी तरह से उनके ही पक्ष में देते हैं.
अन्य प्रस्तावित ड्राफ्ट्स के लिए यहाँ देखें- https://www.facebook.com/righttorecallC/posts/1045257802233875:0
एवं अपने नेताओं को ऊपर बताए जा चुके तरीके से एक जनतांत्रिक आदेश भेजें.
धन्यवाद !!!
(कृपया कोई मुझे इसपे ज्ञान ना दे)
जय हिन्द

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